रायपुर: राजधानी पुलिस ने ड्रग्स कारोबार के खिलाफ एक बड़ी मुहिम छेड़ रखी है. इसी कड़ी में साइबर सेल की टीम और कोतवाली पुलिस ने मंगलवार को एक युवती को गिरफ्तार किया है. युवती ने एनआईटी रायपुर से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है. उसके पिता भिलाई स्टील प्लांट में कर्मचारी हैं. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पढ़े-लिखे युवक-युवती क्यों और कैसे इस काले कारोबार की जद में आ रहे हैं. पुलिस इसे चिंता का विषय मान रही है.
युवती और उसका दोस्त आशीष जोशी जो पिछले कई सालों से लिव-इन रिलेशनशिप में रहते थे, अपने प्लॉट पर आए दिन पार्टी ऑर्गनाइज करते थे. इन पार्टियों के जरिए ही लोगों को नए-नए ड्रग्स का चस्का लगाया जाता था. फिर इन्हें शहर के बड़े होटलों में होने वाली पार्टियों में इनवाइट किया जाता था. इन पार्टियों में शामिल होने के लिए महंगे पास खरीदने होते थे. युवती के सोशल मीडिया में इस तरह की कई पार्टियों के बारे में पोस्ट मिलते हैं. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, इन पार्टियों में भी गुपचुप तरीके से ड्रग्स की सप्लाई की जाती थी. हालांकि पुलिस का मानना है कि अब तक किसी होटल संचालक की सांठगांठ की जानकारी नहीं है.
आईपीएस अंकिता शर्मा ने बताया कि ड्रग्स पैडलिंग करने की आरोपी युवती भिलाई की रहने वाली है. वह अपने मंगेतर के साथ रायपुर में पार्टी किया करती थी. रायपुर में युवती के मंगेतर ने फ्लैट ले रखा था, जहां वह रुकती थी और ड्रग्स पार्टी किया करती थी. इसके साथ ही पब, डिस्क और बार में भी जाकर युवती और उनके दोस्त पार्टी किया करते थे. फिलहाल जांच के दौरान सामने आया है कि उन्होंने पार्टियों में कई लोगों को ड्रग्स सप्लाई की है. इसके साथ ही वह खुद भी रेगुलर ड्रग्स कंजूमर रही है. रायपुर में कई ऐसे निजी होटल हैं, जहां हाईप्रोफाइल पार्टियां की जाती थीं. हालांकि अभी तक पुलिस को किसी भी होटल के इसमें शामिल होने का कोई सुराग नहीं मिला है, लेकिन अगर ऐसा कोई सुराग मिलता है, तो जल्द उस पर कार्रवाई की जाएगी.
जारी रहेगी गिरफ्तारी
आरोप है कि युवती के साथ करीब 30 से 35 लड़कियों की टीम इन पार्टियों में मौजूद होती थी. पार्टी में आए गेस्ट के साथ वे दोस्ती करती थीं. उन्हें इस तरह का नशा लेने के लिए उकसाती थीं. जब लोग नशे और ग्लैमर की जाल में उलझ जाते थे, तो फिर लड़कियां आरोपी युवती और आशीष के जरिए उन्हें ड्रग्स का डोज दिलाती थीं. युवती के फोन और सोशल मीडिया से पता चलता है कि कई रसूखदार लोग उसके संपर्क में थे. एडिशनल एसपी क्राइम अभिषेक महेश्वरी ने बताया कि अभी तक हमने जितने भी आरोपियों को गिरफ्तार किया है, सभी ड्रग्स कंजूमर के साथ ड्रग्स पैडलर हैं. वह बड़े-बड़े शहरों से ड्रग्स रायपुर लेकर आते थे. कंज्यूम करने साथ यहां लगातार ड्रग्स बेच भी रहे थे. ऐसे कुछ और लोगों के नाम भी सामने आए हैं. जांच के बाद उनकी भी गिरफ्तारी होगी.
अब तक 14 आरोपी पुलिस गिरफ्त में
रायपुर पुलिस ने रायपुर में ड्रग्स का भंडाफोड़ किया है. जिसमें अब तक कुल 14 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इन 14 लोगों में मंगलवार को रायपुर पुलिस ने पहली युवती को गिरफ्तार किया है. जो कि रायपुर, भिलाई और बिलासपुर में होने वाली हाई प्रोफाइल पार्टियों में ड्रग्स सप्लाई किया करती थीं. पुलिस ने बताया कि इस मामले में अभी और लोगों के भी नाम शामिल हैं, जिनकी गिरफ्तारी फिलहाल नहीं हो पाई है. पुलिस उन्हें जल्द गिरफ्तार करेगी. इसमें कई युवक और युवतियां शामिल हैं.
क्या कहते हैं मनोरोग विशेषज्ञ
मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुरभि दुबे ने बताया कि बच्चे कम उम्र में इन गलत आदतों में पड़ जाते हैं. वह आगे जाकर किसी भी अपराध में आसानी से शामिल हो जाते हैं. उनका दिमाग उनका साथ नहीं देता और नशे की गिरफ्त में वे धीरे-धीरे घिर जाते हैं. ऐसे में जरूरत है कि जब भी पेरेंट्स या टीचर्स को बच्चे की नशे की आदत के बारे में पता चले, वो तुरंत उसे छुड़वाने की कोशिश करने लगे. अगर बच्चा नशे का ज्यादा आदी हो चुका है, तो उसे काउंसलर से मिलवाएं और उनसे बात करने को कहें. इससे नशा उन पर हावी नहीं होगा. आगे चलकर भी उन्हें किसी तरह की कोई तकलीफ नहीं होगी.