उदयपुर/रायपुर: कांग्रेस का चिंतन शिविर 2022 राजस्थान के उदयपुर में संपन्न हुआ. इस आखिरी दिन छत्तीसगढ़ की जय वीरू की जोड़ी यानी कि सीएम सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने जमकर सुर्खियां बटोरी. दोनों नेताओं ने एक दूसरे से जी भर के बातें की. इस दौरान सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव मुस्कुराते हुए बात करते रहे. दोनों चिंतन शिविर के बाहर खड़े होकर बात करते रहे. फिर उसके बाद शिविर में हिस्सा लेने चले गए.
इस तस्वीर के आते ही छत्तीसगढ़ की राजनीति में कई तरह के कयास लगाए जाने लगे. लोगों की जिज्ञासा दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत को लेकर बढ़ने लगी. ईटीवी भारत ने इस पूरे मामले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से बात की. उन्होंने बातचीत के दौरान मुलाकात के अनुभव को ईटीवी भारत से साझा किया. सिंहदेव ने बातचीत में कहा कि भूपेश बघेल भले सीएम हो लेकिन उनके सार्वजनिक व्यहवार में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं आई है.
सवाल : क्या मुख्यमंत्री बदलाव को लेकर आपकी और भूपेश बघेल की हाईकमान से कोई चर्चा हुई है?
जवाब: मुख्यमंत्री बदलाव को लेकर हाईकमान के सामने कोई चर्चा नहीं हुई है ना ही मुख्यमंत्री से इस बात को लेकर किसी तरह की बातचीत की गई है.
सवाल : चिंतन शिविर में आप दोनों कई बार एक-दूसरे के नजदीक देखे गए, तो क्या माना जाए कि मुख्यमंत्री बदलाव को लेकर जो आप दोनों के बीच दूरियों की चर्चा थी वह समाप्त हो गई ?
जवाब : कभी खाने पर, कभी आते जाते, कभी लॉन में मुलाकात होती थी. आज भी हमारी मुलाकात सीढ़ी पर हुई. इस दौरान दूर से ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आइये महाराज साहब, कैसे हैं महाराज साहब. इस दौरान उन्होंने बताया कि सीडब्ल्यूसी में जाना है.
सवाल : इन मुलाकातों के दौरान मुख्यमंत्री का आपके साथ किस तरह का व्यवहार होता है ?
जवाब : मुख्यमंत्री के तरफ से अभी तक सार्वजनिक व्यवहार में कभी कोई कमी नहीं आई है. सामाजिक संबंधों में कोई अंतर नहीं आया है सामाजिक रूप से हम लोगों के व्यवहार में कहीं कोई कमी नहीं है.
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सवाल : आप दोनों के बीच दूरियां हैं या नहीं, इस तरह की चर्चा है.
जवाब : लोग लगे रहते हैं कि, दोनों के मामलों को लेकर कुछ ना कुछ छेड़खानी की जाए. कई लोग ऐसा माहौल बनाते रहे हैं. यदि दौरे पर जाते हैं तो कहते हैं यहां मत जाओ वहां मत जाओ. भूपेश तो कहीं नहीं कुछ कहते हैं, लेकिन जो बीच के लोग हैं वह कहीं कोई कमी नहीं छोड़ते हैं.
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सवाल : पहले जैसे आप दोनों के बीच जय-वीरू के संबंध थे शायद अब नहीं है इस तरह की भी चर्चा है?
जवाब : मैं क्यों गलत कहूं, उनकी तरफ से सामाजिक व्यवहार में कोई कमी नहीं की गई है.