रायपुर : राजधानी सहित छत्तीसगढ़ के सभी प्रमुख शहरों में ऑटो रिक्शा बंद कर देने के फैसले पर ऑटो चालकों में काफी आक्रोश है. दरअसल, मुख्य सचिव सुनील कुजूर ने यह निर्णय लगातार बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए लिया है.
शासन के इस फैसले नाराज ऑटो चालक विजय शंकर चौबे का कहना है कि सरकार का यह फैसला बिल्कुल गलत है. सरकार को सोचना चाहिए कि इस तरह के फैसले से कितने लोग बेरोजगार होंगे. वहीं कितने लोगों का लोन बकाया है. सरकार के इस फैसले से प्रदेश में क्राइम भी बढ़ेगा.
ऑटो चालक मोहम्मद असहद का कहना है कि सरकार हमें इस ऑटो के बदले ई-रिक्शा देने की बात कह रही है जबकि ई-रिक्शा की लाइफ बहुत कम है. वहीं रिक्शे की कीमत मात्र 40 हजार है जबकि सरकार हमें एक से डेढ़ लाख में बेच रही है. सरकार हमें बेवकूफ बना रही है.
ऑटो चालक सीताम जगत का कहना है कि सरकार का यह फैसला गरीबों के पेट पर लात मारने जैसा है. ई - रिक्शा की बैटरी में समस्या आती है साथ ही हम ज्यादा सवारी भी नहीं बैठा पाएंगे.