रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से रोज कोरोना के नए केस आ रहे हैं. कोरोना वायरस से बचाव और नियंत्रण के लिए सरकार और प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है, जिससे लोगों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाया जा सके. इसी बीच ETV भारत ने ऑटो ड्राइवर्स से कोरोना काल के बीच सवारी और समस्याओं को लेकर बातचीत की.
ऑटो ड्राइवर्स ने बताया कि सरकार ने ऑटो चालकों को कुछ नियम शर्तों के साथ ऑटो चलाने की इजाजत दी है, जिससे कोरोना काल में जिंदगी सुचारू रूप से चलती रहे, लेकिन ऑटो चालकों को सवारियां ही नहीं मिल रही हैं, जिससे उनके सामने भी रोजी रोटी का संकट खड़ा हो रहा है. ऑटो चालकों का कहना है कि पूरा दिन ऑटो चलाने के बाद भी डीजल का खर्च भी नहीं निकल पा रहा है, तो घर का खर्च चलाने की बात तो दूर है.
LOCKDOWN SPECIAL: ऑटो ड्राइवर्स की जिंदगी भी 'लॉक', कर्ज लेकर कर रहे गुजारा
ऑटो ड्राइवरों के सामने रोजी-रोटी की परेशानी
ऑटो ड्राइवर्स का कहना है कि कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए सोशल डिस्टेंडिंग का पालन करने के लिए लोगों से अपील कर रहा है, जिससे लोग घरों से निकल नहीं रहे हैं. ऐसे में जब लोग घरों से नहीं निकलेंगे, तो उनको सवारी नहीं मिलेगी, जिसकी वजह से अब उनके ऑटो खड़े रहे जाते हैं. सवारी नहीं मिलने से कोरोना काल के बीच ऑटो ड्राइवर्स और रिक्शा चालकों के लिए बड़ी परेशानी बनी हुई है.
LOCK DOWN: कोरोना ने छीना निवाला, परिवार से दूर और भूखे रहने को मजबूर ट्रक डाइवर्स
छत्तीसगढ़ में कोरोना के 628 मरीज
बता दें कि छत्तीसगढ़ में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. प्रदेश में अब तक कोरोना के सबसे ज्यादा मामले गुरुवार को सामने आए हैं. गुरुवार को कुल 93 मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही प्रदेश में एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 627 के पर पहुंच गया है. छत्तीसगढ़ में 836 मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित सामने आए हैं, जिनमें से 206 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. बता दें कि छत्तीसगढ़ के 23 जिलों में कोरोना का संक्रमण पहुंच गया है. बिलासपुर जिले में प्रदेशभर में सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. राज्य में कोरोना संक्रमण से अब तक 3 लोगों की जान जा चुकी है.