रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सहायक शिक्षकों ने बड़ा आंदोलन (Asistant Teachers Made Big Movement Raipur) किया है. प्रदेश के कोने कोने से करीब 10 हजार सहायक शिक्षक राजधानी रायपुर पहुंचे हुए हैं. राजधानी के बूढ़ातालाब स्थित धरना स्थल में वेतन विसंगति की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ हुंकार भरने के बाद विधानसभा का घेराव करने निकले. इस दौरान पुलिस ने उन्हें कालीबाड़ी स्थित बिजली आफिस चौक के पास रोक दिया, जहां गुस्साए शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
यह भी पढ़ें: हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से सर्वाधिक डिजिटल हेल्थ आईडी बनाने पर छत्तीसगढ़ को देशभर में प्रथम पुरस्कार
एक सूत्रीय मांग को लेकर विधानसभा घेराव
छत्तीसगढ़ में आज से विधानसभा सत्र शुरू हो गया है. ऐसे में लंबे समय से वेतन विसंगति को दूर करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे सहायक शिक्षक विधानसभा घेरने निकले. छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि उनकी एक ही मांग है. वर्ग 3 के सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति को सरकार दूर कर दे. क्योंकि वर्ग एक और दो के वेतन में ज्यादा अंतराल नहीं है, लेकिन वर्ग 3 के शिक्षकों के वेतन में बड़ा अंतर है.
विधानसभा से पहले पुलिस ने रोका
सहायक शिक्षकों के विधानसभा घेराव के ऐलान के बाद सुबह से ही जगह-जगह पुलिस की टीम तैनात कर दी गई. कालीबाड़ी चौक, सिद्धार्थ चौक, पचपेड़ी नाका, भाटा गांव चौक समेत कई चौक चौराहों पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रही. विधानसभा घेराव करने निकले प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने काली बाड़ी के पास ही रोक दिया, लेकिन प्रदर्शनकारियों की वजह से आम लोगों को आवाजाही में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. घंटो तक लोगों को जाम में फसना पड़ा.
यह भी पढ़ें: chhattisgarh municipal elections 2021 : बिलासपुर उपचुनाव में कांग्रेस-भाजपा के कद्दावर नेताओं की साख दांव पर
मांग पूरी नहीं हुई तो अनिश्चितकालीन आंदोलन
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के पदाधिकारियों ने बताया कि यदि मांग पूरी नहीं की गई तो वर्ग 3 के सहायक शिक्षक अनिश्चितकालीन आंदोलन पर उतरेंगे. जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी. छत्तीसगढ़ में वर्ग 3 के सहायक शिक्षकों की संख्या एक लाख से अधिक है. यदि वे अनिश्चितकालीन आंदोलन पर उतर आए तो कहीं ना कहीं स्कूली शिक्षा पर खासा प्रभाव पड़ेगा.