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Apprison एप से दूर होगी स्मार्ट फोन की लत, रायपुर के दो भाइयों ने इसे किया है डेवलप - two real brothers of raipur

रायपुर के दो सगे भाइयों ने स्मार्टफोन की लत छोड़ने के लिए Apprison एप को डेवलप किया है. यह एप लोगों को मोबाइल एडिक्शन से दूर करेगा. 7 हजार से ज्यादा यूजर ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. इस एप के इस्तेमाल से लोग धीरे-धीरे सोशल मीडिया पर कम ध्यान दे रहे हैं.

apprison app
एप्रीसन एप का कमाल
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Published : Aug 6, 2021, 4:12 PM IST

रायपुर: कोरोना के कारण लॉकडाउन के दौरान लोग घरों की चारदीवारी में कैद होने को मजबूर थे. 24 घंटे घरों में रहने की वजह से अधिकांश युवा वेब सीरीज, सोशल मीडिया और ऑनलाइन गेम्स में अपना टाइम बिताने लगे. जिसकी वजह से लोगों में मोबाइल की लत ऐसी लगी कि अब लोगों की यह समस्या बन गई है. इस बीच राजधानी के 2 सगे भाइयों ने एप्रीसन एप डेवलप किया. इस एप से लोगों में मोबाइल एडिक्शन को दूर करने में मदद मिल रही है. अब तक 7 हजार से ज्यादा यूजर इस ऐप का इस्तेमाल कर चुके हैं.

एप से जाएगी स्मार्ट फोन की लत

ऐसे हुई एप शुरुआत

एप डेवलप करने वाले जयेश सूरी शेट्टी ने बताया कि एप्रीसन एप बनाने से पहले उन्होंने पाया कि आज के समय में टेक्नोलॉजी का ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन इससे कई समस्याएं उत्पन्न हो रही है और सभी समस्याओं की जड़ स्मार्टफोन ही निकल कर सामने आई. बहुत सी रिपोर्ट का भी मानना है कि स्मार्टफोन के चलते बहुत सारे कामों में डिस्ट्रेक्शन होता है तो इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए इस एप्लीकेशन को डेवलप किया गया. जयेश बताते हैं कि एप्लीकेशन का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है.

ऐसे काम करता है एप

किसी यूजर को अपना मोबाइल एडिक्शन कम करना है. तो एप्रीसन एप किसी भी एप को लॉक करने की सुविधा देता है. एप्लीकेशन को बनाने वाले जागृत सूरी शेट्टी ने बताया कि यूजर ध्यान भटकाने वाले एप को इस एप्लिकेशन के माध्यम से ब्लॉक या लॉक कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि एप्लिकेशन के माध्यम से यूजर को जानकारी मिलती है कि उसने कब और किस एप्लिकेशन को इस्तेमाल किया है. उन एप्लीकेशन को अलग-अलग तरीके से रोक लगा सकते है.

अगर परिवार में किसी बच्चे को मोबाइल फोन ऑनलाइन क्लास करने के लिए देना है तो उस दौरान लॉकडाउन फीचर का इस्तेमाल किया जा सकता है. जिससे एक और दो एप्लीकेशन के अलावा बाकी सभी मोबाइल की एप्लीकेशन ब्लॉक कर सकते हैं. इसके अलावा अच्छी लर्निंग एप को दूसरे एप्लीकेशन से जोड़ सकते है. जिससे आप लर्निंग एप का इस्तेमाल कर सकते हैं.

लोगों में कम हो रहा सोशल मीडिया एडिक्शन

जागृत ने बताया कि अभी एप्लिकेशन के साथ हजार से ज्यादा यूजर हैं. लोगों में सोशल मीडिया की लत को कम करने में यह एप्लिकेशन अच्छा काम कर रहा है. यह एप आपके रुझान को लर्निंग एप की तरह मोड़ देता है. जिससे दूसरे गैर जरूरी एप से यूजर का ध्यान भटक जाता है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट ?

डिजिटल एक्सपर्ट ऋजुल अरोरा ने बताया कि आज के समय में हम ऐसे दौर में आ गए हैं, जब हम अपना सारा समय मोबाइल पर बिताते हैं. सुबह उठने से लेकर बाथरूम और रात के सोने तक और हम अपना नियंत्रण पूरी तरह खो चुके हैं, लेकिन 'डिजिटल वेलबीइंग' एप की मदद से लोगों को ऐसे एप की एडिक्शन से छुटकारा मिलता है.

एप्रीसन ऐप का इस्तेमाल कर रहीं कविश कौर गांधी ने बताया कि उन्होंने 4 महीने पहले एप्लीकेशन डाउनलोड किया था. जब उनका बेटा ऑनलाइन पढ़ाई करता है. अब वह इस एप्लीकेशन का इस्तेमाल करके बाकी सभी एप्लीकेशन को बंद कर देती हैं. ताकि उनका बेटा एकाग्रता के साथ पढ़ाई कर सके

रायपुर: कोरोना के कारण लॉकडाउन के दौरान लोग घरों की चारदीवारी में कैद होने को मजबूर थे. 24 घंटे घरों में रहने की वजह से अधिकांश युवा वेब सीरीज, सोशल मीडिया और ऑनलाइन गेम्स में अपना टाइम बिताने लगे. जिसकी वजह से लोगों में मोबाइल की लत ऐसी लगी कि अब लोगों की यह समस्या बन गई है. इस बीच राजधानी के 2 सगे भाइयों ने एप्रीसन एप डेवलप किया. इस एप से लोगों में मोबाइल एडिक्शन को दूर करने में मदद मिल रही है. अब तक 7 हजार से ज्यादा यूजर इस ऐप का इस्तेमाल कर चुके हैं.

एप से जाएगी स्मार्ट फोन की लत

ऐसे हुई एप शुरुआत

एप डेवलप करने वाले जयेश सूरी शेट्टी ने बताया कि एप्रीसन एप बनाने से पहले उन्होंने पाया कि आज के समय में टेक्नोलॉजी का ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन इससे कई समस्याएं उत्पन्न हो रही है और सभी समस्याओं की जड़ स्मार्टफोन ही निकल कर सामने आई. बहुत सी रिपोर्ट का भी मानना है कि स्मार्टफोन के चलते बहुत सारे कामों में डिस्ट्रेक्शन होता है तो इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए इस एप्लीकेशन को डेवलप किया गया. जयेश बताते हैं कि एप्लीकेशन का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है.

ऐसे काम करता है एप

किसी यूजर को अपना मोबाइल एडिक्शन कम करना है. तो एप्रीसन एप किसी भी एप को लॉक करने की सुविधा देता है. एप्लीकेशन को बनाने वाले जागृत सूरी शेट्टी ने बताया कि यूजर ध्यान भटकाने वाले एप को इस एप्लिकेशन के माध्यम से ब्लॉक या लॉक कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि एप्लिकेशन के माध्यम से यूजर को जानकारी मिलती है कि उसने कब और किस एप्लिकेशन को इस्तेमाल किया है. उन एप्लीकेशन को अलग-अलग तरीके से रोक लगा सकते है.

अगर परिवार में किसी बच्चे को मोबाइल फोन ऑनलाइन क्लास करने के लिए देना है तो उस दौरान लॉकडाउन फीचर का इस्तेमाल किया जा सकता है. जिससे एक और दो एप्लीकेशन के अलावा बाकी सभी मोबाइल की एप्लीकेशन ब्लॉक कर सकते हैं. इसके अलावा अच्छी लर्निंग एप को दूसरे एप्लीकेशन से जोड़ सकते है. जिससे आप लर्निंग एप का इस्तेमाल कर सकते हैं.

लोगों में कम हो रहा सोशल मीडिया एडिक्शन

जागृत ने बताया कि अभी एप्लिकेशन के साथ हजार से ज्यादा यूजर हैं. लोगों में सोशल मीडिया की लत को कम करने में यह एप्लिकेशन अच्छा काम कर रहा है. यह एप आपके रुझान को लर्निंग एप की तरह मोड़ देता है. जिससे दूसरे गैर जरूरी एप से यूजर का ध्यान भटक जाता है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट ?

डिजिटल एक्सपर्ट ऋजुल अरोरा ने बताया कि आज के समय में हम ऐसे दौर में आ गए हैं, जब हम अपना सारा समय मोबाइल पर बिताते हैं. सुबह उठने से लेकर बाथरूम और रात के सोने तक और हम अपना नियंत्रण पूरी तरह खो चुके हैं, लेकिन 'डिजिटल वेलबीइंग' एप की मदद से लोगों को ऐसे एप की एडिक्शन से छुटकारा मिलता है.

एप्रीसन ऐप का इस्तेमाल कर रहीं कविश कौर गांधी ने बताया कि उन्होंने 4 महीने पहले एप्लीकेशन डाउनलोड किया था. जब उनका बेटा ऑनलाइन पढ़ाई करता है. अब वह इस एप्लीकेशन का इस्तेमाल करके बाकी सभी एप्लीकेशन को बंद कर देती हैं. ताकि उनका बेटा एकाग्रता के साथ पढ़ाई कर सके

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