छिंदवाड़ा: छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अपने गृह जिले छिंदवाड़ा प्रवास पर है. ETV भारत से खास बातचीत में उन्होंने अपने बचपन के कुछ किस्से बताए.
राज्यपाल ने बताया कि 'लड़कियों को उस जमाने में संघर्ष करना पड़ता था. राजनीतिक जीवन में कदम रखा और धीरे-धीरे राजनीतिक, सामाजिक कार्य करते हुए आज इस मुकाम पर पहुंची. उन्होंने बताया कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वह कभी राज्यपाल बन जाएगी.
उन्होंने बताया यह उनके लिए काफी गर्व की बात है. कॉलेज से जुड़ी कई बातों को लेकर कहा कि उस समय कॉलेज की गैदरिंग में लड़कियां हिस्सा लेने से काफी कतराती थी और उनके पेरेंट्स भी उन्हें मना करते थे. इस प्रकार धीरे-धीरे महाविद्यालय की जीवन से चलते हुए आज इस मुकाम तक पहुंची हैं'.