रायपुर: प्रदेश में कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए जहां एक ओर राज्य सरकार बेहतर इंतजाम और काम किए जाने के दावे कर रही है. वहीं दूसरी ओर भाजपा के नेता इसे केंद्र सरकार के उठाए गए कदम की वजह से नियंत्रित करने के दावे कर रहे हैं. पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने ETV भारत से खास बातचीत की. इस दौरान अग्रवाल का कहना है कि केंद्र सरकार के राज्य को किए गए सहयोग की वजह से प्रदेश में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बहुत कम है. केंद्र की ओर से एम्स को सारे जरूरी संसाधन मुहैया कराए गए हैं. स्वास्थ्य संबंधित जो भी राज्य सरकार की ओर से मांग हो रही है, उसे केंद्र सरकार ने पूरा किया है. साथ ही उन्होंने प्रदेश में कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकार सहित यहां के स्वास्थ्य कर्मी संबंधित विभागों और पुलिसकर्मियों का आभार व्यक्त किया है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि लॉकडाउन के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सरकारों को अपने साथ नहीं लिया था, जिसकी वजह से परेशानी उठानी पड़ी. इसके जवाब में बृजमोहन अग्रवाल ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद जनता कर्फ्यू में आकर लोगों से सहयोग की अपील की थी. उस दौरान लोगों को समझ जाना चाहिए था कि यह कितनी भयानक स्थिति है. ऐसे में राज्य सरकार को इस मामले में राजनीति नहीं करना चाहिए.
किसानों को बोनस दे सरकार
इसके अलावा उन्होंने प्रदेश में कोरोना रूपी महामारी के दौरान अनाज सहित अन्य आर्थिक संसाधन मौजूद रहने की बात भी कही. जिसका राज्य सरकार उपयोग कर इस कठिन परिस्थिति में लोगों को राहत पहुंचा सकती है. साथ ही प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सहायता कोष में भी लोगों के द्वारा जो राशि जमा की जा रही है, जिसका उपयोग कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए देश सहित प्रदेश में किया जा रहा है. इस दौरान अग्रवाल ने सरकार को राजनीति न करते हुए किसानों को हर संभव मदद पहुंचाने की अपील की है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि आज किसानों को लॉकडाउन की वजह से आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. एसे में राज्य सरकार द्वारा किसानों को दी जाने वाली बोनस की राशि खातों में जमा कराया जाए, जिससे किसान अपनी आर्थिक परेशानी को दूर कर सकें.
शराब दुकान के खुलने पर जताया विरोध
वहीं राज्य सरकार के लॉकडाउन के बीच शराब दुकान खोले जाने की संभावनाओं पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि शराब विलासिता की वस्तु है. शराब दुकान को अभी बंद रखना चाहिए. अगर कोई ऐसे लोग मिलते हैं जो बिना शराब के जिंदा नहीं रह सकते तो डॉक्टर प्रिसक्रिप्शन देता है, उनको सरकार उपलब्ध करवाएं. सरकार की ओर से शराब दुकान खोलने के पीछे शराब प्रेमियों के आत्महत्या जैसे कदम उठाए जाने का उल्लेख भी किया गया है. जिस पर अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि यह सरकार की छोटी सोच है. सरकार शराब दुकान खोल कर लोगों को गहने, कपड़े और संपत्ति बेचकर शराब खरीदने के लिए प्रेरित कर रही है. अग्रवाल ने कहा कि जो लोग बिना शराब के नहीं रह सकते सरकार उनके लिए घर पहुंच सेवा मुहैया कराए, लेकिन शराब दुकान ना खोलें.
लॉकडाउन को शराबबंदी के लिए अच्छा मौका बताया
अग्रवाल ने कहा कि सरकार शराब दुकान खोल कर पैसे कमाने का जरिया बना रही है, यह बहुत गलत है. कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि हमारी सरकार आएगी और शराबबंदी करेंगे. कांग्रेस को शराबबंदी की ओर आगे बढ़ना चाहिए, उन्हें इससे अच्छा मौका नहीं मिल सकता जब शराब बंद की जाए. क्योंकि पिछले 20 दिनों से लोगों को शराब उपलब्ध नहीं हो रही है. लोगों की धीरे-धीरे आदत पड़ जाएगी और इस तरह शराबबंदी हो सकती है.
लोगों से घर पर रहने की अपील
इस दौरान अग्रवाल ने ETV भारत के माध्यम से लोगों से घरों में रहने की अपील की है. साथ ही समय-समय पर हाथ धोने सहित कोरोना वायरस से बचाव के लिए दिए गए निर्देशों का पालन करने की भी बात कही है.
10 में से 9 कोरोना पॉजिटिव हुए स्वस्थ
बता दें कि कोरोना को लेकर देश सहित प्रदेश में लॉकडाउन किया गया है. इस दौरान शासन प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है. साथ ही कोरोना से बचाव के लिए कई उपाय सुझाए गए हैं. छत्तीसगढ़ की बात की जाए तो यहां कोरोना संक्रमण को फैलने से रोक दिया गया है. वर्तमान स्थिति में प्रदेश में 10 में से 9 कोरोना संक्रमित व्यक्ति ठीक हो चुके हैं. अब मात्र एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति प्रदेश में हैं, जिसका उपचार जारी है.