रायपुर : 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश किया था. वही इस बजट को लेकर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने वित्त मंत्री के भाषण को लेकर तंज कसते हुए कहा कि वित्त मंत्री के 3 घंटे के भाषण से शेयर बाजार 10 प्रतिशत गिर गया, अगर वह और ज्यादा बोलती तो न जाने कितने परसेंट और शेयर मार्केट गिर जाता.
अमित जोगी ने इस बजट को रक्त स्नान (ब्लडबाथ) कहा है. उन्होंने कहा कि असमानताएं बढ़ रही है, अमीरों का टैक्स कम कर दिया गया है. कंपनियों का जो लाभांश वितरण कर है, उसे कम कर दिया. गरीब और मध्यमवर्गीय को टैक्स सरलीकरण के नाम पर झुनझुना पकड़ा दिया. बजट आए 3 दिन हो गए हैं लेकिन चार्टर्ड अकाउंटेंट नहीं समझ पा रहे हैं कि आयकर प्रणाली का सरलीकरण इसे कैसे कहा जा सकता है.
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कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान रखा गया है, लेकिन ये प्रावधान तभी सफल होगा जब सरकारी कंपनियां निवेश कर पाए. बाजार को इस बजट से कोई प्रोत्साहन नहीं मिल रहा है. लगातार शेयर बाजार गिरते जा रहा है. फर्नीचर और कपड़ों पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी गई है, लेकिन उसका फायदा हमारे देश की कंपनियों को कैसे मिलेगा. कुल मिलाकर इस बजट को अमित जोगी ने निराशा जनक बताया है.