गौरेला-पेंड्रा-मरवाही : अजीत जोगी का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव जोगीसार पहुंचा. जोगीसार में उनके अंतिम दर्शन किए जा रहे हैं. इस दौरान उनके बेटे अमित जोगी ने उनकी कविता 'वसीयत' पढ़ी. पिता के शव के सामने कविता पढ़ते वक्त वे भावुक हो गए, साथ ही वहां मौजूद हर शख्स की आंंखें नम हो गईं. अपने मुखिया को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और आमजन जुटे हुए हैं.
छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने 74 साल की उम्र में शुक्रवार को अंतिम सांस ली. शुक्रवार की दोपहर 3.30 बजे उनका निधन हुआ था, जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को रायपुर के सागौन बंगला ले जाया गया था. आज सुबह उनकी अंतिम यात्रा बिलासपुर के लिए निकली, जहां से उनका पार्थिव देह गौरेला लाया गया.