रायपुर: खैरागढ़ रियासत के राजा और JCCJ विधायक देवव्रत सिंह का (Khairagarh MLA Devvrat Singh) हार्ट अटैक से निधन हो गया. रात 3 बजे के आसपास की घटना है. उन्हें हार्ट अटैक आने के बाद सिविल अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो (Devvrat Singh dies of heart attack) गई. वर्तमान में JCCJ से विधायक थे. राजनांदगांव के पूर्व सांसद और कांग्रेस से एक बार विधायक भी रह चुके हैं. 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से अलग होकर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी से चुनाव लड़ा और विधायक बने थे. उनके निधन पर अमित जोगी ने भी उन्हें श्रद्धांजलि देकर दुख प्रकट किया है.
बड़े भाई के तरह करते थे मार्गदर्शन
अमित जोगी ने कहा कि देवव्रत सिंह के निधन के समाचार से पूरा प्रदेश स्तब्ध है. उनसे मेरे व्यक्तिगत सम्बंध 1998 से है. हमारी 25 दिन पहले ही मुलाक़ात हुई थी. हमेशा की तरह उन्होंने मेरा एक बड़े भाई की तरह मनोबल बढ़ाया था.
प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि आज जब कमल विहार पैलेस खैरागढ़ में मैंने विधायक और मेरे बड़े भाई देवव्रत सिंह को अपना आखरी सलाम दिया. तो मुझे लगातार इस बात का अहसास रहा कि पिछले वर्ष मैंने अपने पिता को खोया और इस वर्ष अपने बड़े भाई को खोया है.
मुझे याद है कि जब मेरे स्वर्गीय पिता 2000 में अपने मंत्रीमंडल का गठन कर रहे थे. तब उन्होंने देवव्रत को एक युवा और पढ़ा-लिखा विधायक होने के नाते उसका हिस्सा बनने को कहा था लेकिन देवव्रत ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि आपके ऊपर अभी कई प्रकार के प्रेशर होंगे, इसलिए आप मुझे युवा कार्यकर्ताओं के बीच नाम करने का ही मौका दें.
इतने युवा, समझदार और अनुभवी नेता के अचानक चले जाने से छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बहुत बड़ा अधूरापन उत्पन्न हो गया है जिसको आसानी से भरा नहीं जा सकता है. मैं अपने परिवार और पार्टी की तरफ़ से विशेष रूप से ईश्वर से रानी साहिबा विभा सिंह जी और उनके प्यारे बच्चों के लिए प्रार्थना करता हूँ कि वो उन्हें इस अपार संकट का सामना करने के लिए सम्बल और संयम दें.