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अमित जोगी ने पहले कंगना को कहा वीरांगना, बाद में जनता से मांगी माफी

अभिनेत्री कंगना रनौत को वीरांगना कहने के कुछ घंटे बाद अमित जोगी ने सबसे माफी मांगी है, साथ ही आरक्षण की हकीकत जानने के लिए उन्हें छत्तीसगढ़ आने का न्योता भी दिया है.

Amit Jogi apologizes for calling Kangana Ranaut a warrior
अमित जोगी
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Published : Sep 11, 2020, 11:13 AM IST

रायपुर: JCC(J) के अध्यक्ष अमित जोगी इन दिनों अपने ही ट्वीट में उलझे नजर आ रहे हैं. वो समझ नहीं पा रहे हैं कि अखिर उन्हें फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत की वाहवाही करनी है या उन्हें गलत ठहराना है. अमित जोगी ने गुरुवार को ट्वीट कर पहले तो कंगना रनौत का समर्थन करने की बात कही थी, वहीं कुछ घंटों बाद ही उन्होंने कंगना का समर्थन करने के लिए लोगों से माफी मांगी है.

  • खूब लड़ी मर्दानी,मनाली वाली रानी!

    एक अकेली वीरांगना महाराष्ट्र के पूरे सिस्टम @ShivSena @INCMaharashtra @NCPspeaks पर भारी पड़ रही है।

    मणिकर्णिका के मलबा पर नए महाराष्ट्र का निर्माण होगा,इस शुभकामना के साथ @jantacongressj बहन @KanganaTeam के साहस को सलाम करती है!#Kangana pic.twitter.com/9JOQjQfXIe

    — Amit Ajit Jogi (@amitjogi) September 10, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अमित जोगी ने ट्वीट कर लिखा था कि खूब लड़ी मर्दानी, मनाली वाली रानी.. उन्होंने लिखा कि एक अकेली वीरांगना महाराष्ट्र के पूरे सिस्टम के खिलाफ लड़ रही है. जोगी ने कहा कि मणिकर्णिका के मलबे पर नए महाराष्ट्र का निर्माण होगा. उन्होंने इसके लिए कंगना को शुभकामनाएं भी दी थीं. इसके साथ ही कंगना का मुंबई ऑफिस तोड़े जाने को उन्होंने गलत बताया था.

  • मैं @KanganaTeam जी के इस विचार से बिल्कुल सहमत नहीं हो सकता कि आरक्षण की अब देश को कोई आवश्यकता नहीं है।देश में आर्थिक और सामाजिक आधार पर जब तक उत्पीड़न होता रहेगा,तब तक ऐसे लोगों को सुरक्षा देना हमारे राष्ट्र का संविधानिक दायित्व रहेगा।बाबासाहेब अम्बेडकर ने भी आरक्षण प्रणाली1/3 https://t.co/t1A9aY7OT2

    — Amit Ajit Jogi (@amitjogi) September 11, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें: अमित जोगी ने सरकार पर लगाया कोरोना के आंकड़े छिपाने का आरोप

अमित जोगी का दूसरा ट्वीट

वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने कंगना की बात से असहमति जताई है. कंगना ने ट्वीट कर लिखा था कि कास्ट सिस्टम को आधुनिक भारतीयों ने अस्वीकार कर दिया है. इस पर जोगी ने रिट्वीट कर कहा कि मैं कंगना के इस विचार से बिलकुल सहमत नहीं हूं कि देश को अब आरक्षण की जरूरत नहीं है. उन्होंने लिखा कि देश में जब तक आर्थिक और सामाजिक आधार पर उत्पीड़न होता रहेगा, तब तक ऐसे लोगों को सुरक्षा देना हमारे राष्ट्र का संवैधानिक दायित्व रहेगा. उन्होंने कहा कि बाबासाहेब अम्बेडकर ने भी आरक्षण प्रणाली को संविधान में स्थायी की जगह सामयिक व्यवस्था का दर्जा दिया, क्योंकि उन्हें विश्वास था कि 25 साल में उत्पीड़न जड़ से समाप्त हो जाएगा, लेकिन अफसोस कि ऐसा नहीं हो सका.

  • को संविधान में स्थायी की जगह सामयिक व्यवस्था का दर्जा दिया क्योंकि उन्हें विश्वास था कि २५ वर्षों में ही उत्पीड़न जड़ से समाप्त हो जाएगा।अफ़सोस कि ऐसा नहीं हो सका है।

    कंगना जी सही मायने में आप वीरांगना तभी बनेंगी जब आप अपनी इस सोच पर आत्मचिंतन और पुनर्विचार करेंगी।उत्पीड़न की2/3

    — Amit Ajit Jogi (@amitjogi) September 11, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

लोगों से मांगी माफी

अमित जोगी ने अपने ट्वीट में लिखा कि मेरे उपरोक्त ट्वीट में मनुवादी सोच से ग्रसित कंगना के लिए वीरांगना शब्द के उपयोग के लिए मैं आप सब से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं. उन्होंने लिखा कि जातिगत शोषण की हकीकत को देखने के लिए मैं कंगना को उनके मुंबई और मनाली के महलों से निकलकर छत्तीसगढ़ आने का निमंत्रण देता हूं. उन्होंने सोच-विचार कर किसी का भी समर्थन करने का सुझाव भी दिया.

  • असलियत को देखने मैं @KanganaTeam को छत्तीसगढ़ आने का निमंत्रण भी देता हूँ।

    कंगना जी के मेरे वीरांगना शब्द के असामयिक चयन पर मैं 🙏 के माफ़ी माँगता हूँ।3/3

    — Amit Ajit Jogi (@amitjogi) September 11, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

रायपुर: JCC(J) के अध्यक्ष अमित जोगी इन दिनों अपने ही ट्वीट में उलझे नजर आ रहे हैं. वो समझ नहीं पा रहे हैं कि अखिर उन्हें फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत की वाहवाही करनी है या उन्हें गलत ठहराना है. अमित जोगी ने गुरुवार को ट्वीट कर पहले तो कंगना रनौत का समर्थन करने की बात कही थी, वहीं कुछ घंटों बाद ही उन्होंने कंगना का समर्थन करने के लिए लोगों से माफी मांगी है.

  • खूब लड़ी मर्दानी,मनाली वाली रानी!

    एक अकेली वीरांगना महाराष्ट्र के पूरे सिस्टम @ShivSena @INCMaharashtra @NCPspeaks पर भारी पड़ रही है।

    मणिकर्णिका के मलबा पर नए महाराष्ट्र का निर्माण होगा,इस शुभकामना के साथ @jantacongressj बहन @KanganaTeam के साहस को सलाम करती है!#Kangana pic.twitter.com/9JOQjQfXIe

    — Amit Ajit Jogi (@amitjogi) September 10, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अमित जोगी ने ट्वीट कर लिखा था कि खूब लड़ी मर्दानी, मनाली वाली रानी.. उन्होंने लिखा कि एक अकेली वीरांगना महाराष्ट्र के पूरे सिस्टम के खिलाफ लड़ रही है. जोगी ने कहा कि मणिकर्णिका के मलबे पर नए महाराष्ट्र का निर्माण होगा. उन्होंने इसके लिए कंगना को शुभकामनाएं भी दी थीं. इसके साथ ही कंगना का मुंबई ऑफिस तोड़े जाने को उन्होंने गलत बताया था.

  • मैं @KanganaTeam जी के इस विचार से बिल्कुल सहमत नहीं हो सकता कि आरक्षण की अब देश को कोई आवश्यकता नहीं है।देश में आर्थिक और सामाजिक आधार पर जब तक उत्पीड़न होता रहेगा,तब तक ऐसे लोगों को सुरक्षा देना हमारे राष्ट्र का संविधानिक दायित्व रहेगा।बाबासाहेब अम्बेडकर ने भी आरक्षण प्रणाली1/3 https://t.co/t1A9aY7OT2

    — Amit Ajit Jogi (@amitjogi) September 11, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें: अमित जोगी ने सरकार पर लगाया कोरोना के आंकड़े छिपाने का आरोप

अमित जोगी का दूसरा ट्वीट

वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने कंगना की बात से असहमति जताई है. कंगना ने ट्वीट कर लिखा था कि कास्ट सिस्टम को आधुनिक भारतीयों ने अस्वीकार कर दिया है. इस पर जोगी ने रिट्वीट कर कहा कि मैं कंगना के इस विचार से बिलकुल सहमत नहीं हूं कि देश को अब आरक्षण की जरूरत नहीं है. उन्होंने लिखा कि देश में जब तक आर्थिक और सामाजिक आधार पर उत्पीड़न होता रहेगा, तब तक ऐसे लोगों को सुरक्षा देना हमारे राष्ट्र का संवैधानिक दायित्व रहेगा. उन्होंने कहा कि बाबासाहेब अम्बेडकर ने भी आरक्षण प्रणाली को संविधान में स्थायी की जगह सामयिक व्यवस्था का दर्जा दिया, क्योंकि उन्हें विश्वास था कि 25 साल में उत्पीड़न जड़ से समाप्त हो जाएगा, लेकिन अफसोस कि ऐसा नहीं हो सका.

  • को संविधान में स्थायी की जगह सामयिक व्यवस्था का दर्जा दिया क्योंकि उन्हें विश्वास था कि २५ वर्षों में ही उत्पीड़न जड़ से समाप्त हो जाएगा।अफ़सोस कि ऐसा नहीं हो सका है।

    कंगना जी सही मायने में आप वीरांगना तभी बनेंगी जब आप अपनी इस सोच पर आत्मचिंतन और पुनर्विचार करेंगी।उत्पीड़न की2/3

    — Amit Ajit Jogi (@amitjogi) September 11, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

लोगों से मांगी माफी

अमित जोगी ने अपने ट्वीट में लिखा कि मेरे उपरोक्त ट्वीट में मनुवादी सोच से ग्रसित कंगना के लिए वीरांगना शब्द के उपयोग के लिए मैं आप सब से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं. उन्होंने लिखा कि जातिगत शोषण की हकीकत को देखने के लिए मैं कंगना को उनके मुंबई और मनाली के महलों से निकलकर छत्तीसगढ़ आने का निमंत्रण देता हूं. उन्होंने सोच-विचार कर किसी का भी समर्थन करने का सुझाव भी दिया.

  • असलियत को देखने मैं @KanganaTeam को छत्तीसगढ़ आने का निमंत्रण भी देता हूँ।

    कंगना जी के मेरे वीरांगना शब्द के असामयिक चयन पर मैं 🙏 के माफ़ी माँगता हूँ।3/3

    — Amit Ajit Jogi (@amitjogi) September 11, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
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