धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश की सभी जेलें अब दो मंजिला होंगी. जेल प्रशासन ने यह फैसला कैदियों की बढ़ रही संख्या के सामने छोटी होती जेलों को देखते हुए लिया है. इसके अलावा कैदियों को आरामदायक मैट्रेस (गद्दे) भी मुहैया करवाई जाएंगी.
हिमाचल प्रदेश देश भर में पहला ऐसा राज्य बनेगा, जो कैदियों को यह सुविधा मुहैया करवाएगा. यह बात लाला लाजपतराय जिला एवं मुक्त कारागार धर्मशाला पहुंचे डीजीपी जेल सोमेश गोयल ने कही. डीजीपी जेल सोमेश गोयल ने कहा कि प्रदेश की जेलों में विचाराधीन कैदियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इससे जेलों में कैदियों को रखने की व्यवस्था करने के लिए सभी जेलों को डबल स्टोरी बनाया जाएगा.
हर हाथ को काम योजना के तहत बढ़ी कैदियों की आय
इससे जहां आर्थिक खर्च भी बचेगा. वहीं, कैदियों को रखने की समस्या भी दूर होगी. उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश की जेलों में सभी कैदियों को मैट्रेस मुहैया करवाए जाएंगे. सोमेश गोयल ने बताया कि प्रदेश में शुरू किए गए हर हाथ को काम योजना के तहत बीते वर्ष प्रदेश में कैदियों को डेढ़ करोड़ रुपये वेतन के रूप में दिया है.
जेल का सालाना टर्न ओवर पांच करोड़
जेल का सालाना टर्न ओवर पांच करोड़ के करीब है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जेलों में 6 से 7 प्रतिशत कैदी बाहर काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश के कुल्लू, मंडी, रामपुर, किन्नौर और नालागढ़ में नई जेलों का निर्माण किया जा रहा है, क्योंकि इन जिलों की जेलों की दशा ठीक नहीं थी.
हरियाणा की तर्ज पर जेलों में होगी हर्बल खेती
डीजीपी जेल सोमेश गोयल ने कहा कि प्रदेश की जेलों में हरियाणा की तर्ज पर हर्बल खेती की जाएगी. इससे जहां कैदियों को काम करने का मौका मिलेगा. वहीं, प्राकृति के साथ भी उनका लगाव बढ़ेगा. उन्होंने बताया कि प्रदेश की जेलों में रेडियो को शुरू किया गया है. इसी तर्ज पर उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा की जेलों में भी रेडियो को शुरू किया गया है.
ये भी पढे़ं: राम मंदिर के निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान की शुरुआत, भारत के पहले मतदाता ने किया दान