रायपुर : भारत-चीन सीमा पर सोमवार की रात खूनी संघर्ष में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. झड़प के दौरान छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के गणेश कुंजाम भी वीरगति को प्राप्त हुए थे. शुक्रवार को चीन की सरकार के विरोध में राजधानी रायपुर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जमकर प्रदर्शन किया और चीन के राष्ट्रपति के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. इस दौरान ABVP ने चीन के झंडे और राष्ट्रपति की फोटो भी जलाई.
राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भारत-चीन सीमा पर झड़प और खूनी संघर्ष के मामले को लेकर प्रदर्शन किया. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रदर्शन करते हुए चीन के राष्ट्रपति की फोटो और झंडे को जलाया. साथ ही चाइना के सामानों का भारत में विरोध करने की बात कही. उन्होंंने कहा कि, ये 1962 का भारत नहीं है, ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारत है. प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने चीन के सामान का बहिष्कार करने की बात कही. उन्होंने कहा इसके लिए सरकार को भी पहल करनी चाहिए.
पढ़ें : गलवान घाटी हिंसा : भारत के शहीदों को अमेरिकी विदेश मंत्री ने दी श्रद्धांजलि
भारत-चीन सीमा पर लद्दाख में सोमवार की रात हुए इस खूनी संघर्ष में छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के गणेश कुंजाम भी शहीद हो गए . पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अतिक्रमण को लेकर भारत और चीन की सेनाओं के बीच जारी तनातनी ने सोमवार की रात हिंसक झड़प का गंभीर रूप ले लिया. इस झड़प में एक कर्नल सहित 20 भारतीय सैन्य कर्मी शहीद हुए हैं. शहीद हुए 16 जवान बिहार रेजीमेंट के हैं. भारतीय सैनिकों ने भी चीनी सैनिकों को मुंह तोड़ जवाब दिया. जवाबी हमले में चीन के कई सैनिकों के मारे जाने की खबर है. खास बात यह है कि इस झड़प में दोनों ओर से एक भी गोली नहीं चली घटना के बाद देश में काफी सरगर्मी बढ़ गई है.