रायपुर : जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे के मुखिया अजीत जोगी ने एक बार फिर भूपेश सरकार पर करोड़ों के घोटाला करने का आरोप लगाया है. जोगी ने इस बार कांग्रेस सरकार के शिक्षा विभाग में करीब 350 करोड़ की योजना में एक विशेष कंपनी को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है.
जोगी ने प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान राज्य सराकर पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने समग्र शिक्षा योजना के तहत प्रदेश की 4330 शासकीय स्कूलों के डिजिटल एजुकेशन के लिए 350 करोड़ रुपए का काम किया जाना है. इस काम के टेंडर के लिए सिर्फ दो कंपनियों ने भाग लिया. इसमें रेलटेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और मिनी रत्न ने हिस्सा लिया जो कि सरकारी संस्था है. वहीं दूसरी बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड ने टेंडर भरा था. शर्त के मुताबिक वहीं कंपनी टेंडर भर सकती थी, जिसे फ्री-क्वालिफिकेशन में पूर्व में 100 करोड़ रुपए का काम करने का अनुभव हो.
बेनेट कोलमैन को काम का टेंडर
इसके बाद विभाग ने नियमों की अनदेखी करते हुए बेनेट कोलमैन को इस काम का टेंडर दे दिया गया जबकि बैनेट कोलमैन के पास 100 करोड़ रुपए का काम करने का अनुभव भी नहीं था. इस टेंडर को दिए जाने के बाद दूसरी कंपनी रेलटेल कॉर्पोरेशन ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव से कई बार की, लेकिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद रेलटेल ने इस मामले की शिकायत ईडी सीबीआई और सीबीसी से भी की है.
'पूरे मामले को दबाने की कोशिश'
जोगी ने कहा कि इस प्रोजेक्ट का शुभारंभ शिक्षा विभाग की ओर से मुख्यमंत्री के हाथों ग्राम मर्रा पाटन की स्कूल से किया गया, जहां खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पढ़ाई की थी. जोगी का कहना है कि शिक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री के हाथों इस प्रोजेक्ट का शुभारंभ कराकर पूरे मामले को दबाने की कोशिश की है.
जोगी लिखेंगे बघेल को पत्र
उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले को लेकर विधानसभा में स्थगन भी लगाया गया था, लेकिन परिस्थिति ऐसी बनी कि इस पर चर्चा नहीं हो सकी. जोगी ने कहा कि वे इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखेंगे कि इसकी जांच राज्य स्तर पर कराया जाए. उन्होंने ईओडब्ल्यू और केंद्र सरकार से भी इस मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है.