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अमानक उर्वरक बेचने वालों पर होगी कार्रवाई, खोले जाएंगे बीज प्रसंस्करण केन्द्रः कृषि मंत्री - Benefits of crop insurance to farmers

कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने समीक्षा बैठक में अमानक उर्वरक बेचने वाले विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने का एलान किया. साथ ही फसल बीमा सहित कृषि संबंधि अन्य समस्याओं पर चर्चा की.

अमानक उर्वरक बेचने वालों पर होगी कार्रवाईः कृषि मंत्री
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Published : Sep 14, 2019, 9:39 AM IST

Updated : Sep 14, 2019, 11:25 AM IST

रायपुरः प्रदेश में मानसून की खस्ता हालत देखते हुए कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने संबंधित अधिकारियों के साथ शिवनाथ भवन में समीक्षा बैठक ली है. इस बैठक में वर्षा की स्थिति, स्वायल हेल्थ कार्ड, धान-बोता और रोपा की प्रगति, बीज भंडारण और वितरण की प्रगति, प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरुवा, घुरवा बाड़ी के तहत विभाग की अन्य विषयों पर चर्चा की गई.

अमानक उर्वरक बेचने वालों पर होगी कार्रवाईः कृषि मंत्री

कृषि मंत्री चौबे ने बैठक के दौरान कहा कि प्रदेश में अमानक उर्वरक बेचने वाले विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अमानक खाद का खामियाजा किसानों को फसल के नुकसान के रूप में उठाना पड़ता है. इसलिए अमानक खादों की बिक्री पर अनिवार्य रूप से कड़ी कार्रवाई किए जाने के आदेश दिए. साथ ही अमानक खाद की बिक्री रोकने में लापरवाही किये जाने पर अधिकारी के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए है.

कृषि एरिया बढ़ाने की योजना
प्रदेश में रबी फसलों के विस्तार की पर्याप्त संभावनाओं को देखते हुए कृषि मंत्री चौबे ने कहा कि कृषि क्षेत्र बढ़ाने के लिए नए योजना बनायी जाएगी. इसके लिए मैदानी इलाकों के किसानों को खेती में मार्गदर्शन, प्रमाणित बीज और अनुदान उपलब्ध कराने की उन्होंने घोषणा की. इसके अलावा गर्मी के मौसम में धान की खेती किए जाने से भू-जल स्तर में तेजी से गिरावट आने पर चिंता जताई और किसानों को अधिक से अधिक रबी फसल के लिए प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया. साथ ही राज्य में कृषि को बेहतर बनाने के लिए नए बीज प्रसंस्करण केन्द्र खोलने और बीज उत्पादन केन्द्रों को आधुनिक बनाए जाने के निर्देश दिए.

बढ़ायी जाएगी फसल बीमा संख्या
कृषि मंत्री ने कहा कि जहां-जहां अकाल की संभावना दिख रही है, वहां पर प्राथमिकता के साथ किसानों को फसल बीमा का लाभ दिया जाएगा. उन्होंने फसल बीमा की दावा आपत्ति की भी जानकारी ली और धान की खरीदी मूल्य में वृद्धि से बीमित किसानों की संख्या बढ़ने से इसकी जानकारी फार्मर पोर्टल में दर्ज किए जाने के आदेश दिए. साथ ही किसानों के लिए डिजिटल परिचय पत्र बनाए जाएंगे, जिसमें किसानों की सम्पूर्ण जानकारी और आवश्यक दस्तावेज डिजिटल फार्म में होगी.

रायपुरः प्रदेश में मानसून की खस्ता हालत देखते हुए कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने संबंधित अधिकारियों के साथ शिवनाथ भवन में समीक्षा बैठक ली है. इस बैठक में वर्षा की स्थिति, स्वायल हेल्थ कार्ड, धान-बोता और रोपा की प्रगति, बीज भंडारण और वितरण की प्रगति, प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरुवा, घुरवा बाड़ी के तहत विभाग की अन्य विषयों पर चर्चा की गई.

अमानक उर्वरक बेचने वालों पर होगी कार्रवाईः कृषि मंत्री

कृषि मंत्री चौबे ने बैठक के दौरान कहा कि प्रदेश में अमानक उर्वरक बेचने वाले विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अमानक खाद का खामियाजा किसानों को फसल के नुकसान के रूप में उठाना पड़ता है. इसलिए अमानक खादों की बिक्री पर अनिवार्य रूप से कड़ी कार्रवाई किए जाने के आदेश दिए. साथ ही अमानक खाद की बिक्री रोकने में लापरवाही किये जाने पर अधिकारी के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए है.

कृषि एरिया बढ़ाने की योजना
प्रदेश में रबी फसलों के विस्तार की पर्याप्त संभावनाओं को देखते हुए कृषि मंत्री चौबे ने कहा कि कृषि क्षेत्र बढ़ाने के लिए नए योजना बनायी जाएगी. इसके लिए मैदानी इलाकों के किसानों को खेती में मार्गदर्शन, प्रमाणित बीज और अनुदान उपलब्ध कराने की उन्होंने घोषणा की. इसके अलावा गर्मी के मौसम में धान की खेती किए जाने से भू-जल स्तर में तेजी से गिरावट आने पर चिंता जताई और किसानों को अधिक से अधिक रबी फसल के लिए प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया. साथ ही राज्य में कृषि को बेहतर बनाने के लिए नए बीज प्रसंस्करण केन्द्र खोलने और बीज उत्पादन केन्द्रों को आधुनिक बनाए जाने के निर्देश दिए.

बढ़ायी जाएगी फसल बीमा संख्या
कृषि मंत्री ने कहा कि जहां-जहां अकाल की संभावना दिख रही है, वहां पर प्राथमिकता के साथ किसानों को फसल बीमा का लाभ दिया जाएगा. उन्होंने फसल बीमा की दावा आपत्ति की भी जानकारी ली और धान की खरीदी मूल्य में वृद्धि से बीमित किसानों की संख्या बढ़ने से इसकी जानकारी फार्मर पोर्टल में दर्ज किए जाने के आदेश दिए. साथ ही किसानों के लिए डिजिटल परिचय पत्र बनाए जाएंगे, जिसमें किसानों की सम्पूर्ण जानकारी और आवश्यक दस्तावेज डिजिटल फार्म में होगी.

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अमानक उर्वरक बिकने पर होगी अब अधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई
रविंद्र चौबे

रायपुर, कृषि विभाग की समीक्षा बैठक नई राजधानी स्थित शिवनाथ भवन में संपन्न हुई समीक्षा बैठक में वर्षा की स्थिति, स्वायल हेल्थ कार्ड, धान-बोता एवं रोपा की प्रगति, बीज भंडारण एवं वितरण की प्रगति, सुराजी योजना के तहत घुरवा योजना सहित विभाग की अन्य विषयों पर चर्चा की गई।

Body:बैठक के दौरान कृषि मंत्री रवीन्द्र चौबे ने कहा है कि कृषि मंत्री श्री चौबे ने कहा कि प्रदेश में अमानक उर्वरक बेचने वाले विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अमानक खाद का खामियाजा किसानों को फसल का नुकसान के रूप में उठाना पड़ता है। इसलिए अमानक खादों की बिक्री पर अनिवार्य रूप से कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि अमानक खाद की बिक्री रोकने में लापरवाही पाए जाने पर अधिकारी के विरूद्ध भी सख्त कार्यवाही की जाएगी।

उन्होंने कहा कि टारगेटिंग राईस फेलो एरिया योजना के लिए चयनित जिलों में रबी फसल का रकबा बढ़ाने के लिए कार्ययोजना बनाई जाए और अधिक से अधिक किसानों को इस योजना से जोड़ने के साथ ही उन्हें प्रमाणित बीजों एवं कृषि आदान सामग्री उपलब्ध करायी जाए।
कृषि मंत्री ने राज्य में नए बीज प्रसंस्करण केन्द्र खोलने तथा बीज उत्पादन केन्द्रों को आधुनिक और बेहतर करने के निर्देश दिए।

छत्तीसगढ़ में रबी फसलों के विस्तार की पर्याप्त संभावनाएं हैं। रबी फसलों के क्षेत्राच्छादन को बढ़ाने के लिए ठोस रणनीति बनाकर मैदानी अमले के सहयोग से किसानों को आवश्यक मार्गदर्शन एवं कृषि आदान उपलब्ध कराया जाए। गर्मी के मौसम में धान की खेती से भू-जल स्तर में तेजी से गिरावट आ रही है, इसके लिए अधिक से अधिक किसानों को रबी फसल के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

कृषि मंत्री श्री चौबे ने कहा कि प्रदेश में जहां-जहां आकाल की संभावना दिख रही है, वहां पर प्राथमिकता के साथ किसानों को फसल बीमा का लाभ दिया जाए। उन्होंने फसल बीमा की दावा आपत्ति की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि वर्तमान में धान की खरीदी मूल्य में वृद्धि से बीमीत किसानों संख्या बढ़ी है। इन किसानों की जानकारी फार्मर पोर्टल में दर्ज किया जाए। साथ ही किसानों के लिए डिजिटल परिचय पत्र बनाने के लिए कार्य योजना बनाने को कहा। इस डिजिटल परिचय पत्र में किसानों की सम्पूर्ण जानकारी तथा आवश्यक दस्तावेज डिजिटल फार्म में होंगे।
Conclusion:
Last Updated : Sep 14, 2019, 11:25 AM IST

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