रायपुरः प्रदेश में मानसून की खस्ता हालत देखते हुए कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने संबंधित अधिकारियों के साथ शिवनाथ भवन में समीक्षा बैठक ली है. इस बैठक में वर्षा की स्थिति, स्वायल हेल्थ कार्ड, धान-बोता और रोपा की प्रगति, बीज भंडारण और वितरण की प्रगति, प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरुवा, घुरवा बाड़ी के तहत विभाग की अन्य विषयों पर चर्चा की गई.
कृषि मंत्री चौबे ने बैठक के दौरान कहा कि प्रदेश में अमानक उर्वरक बेचने वाले विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अमानक खाद का खामियाजा किसानों को फसल के नुकसान के रूप में उठाना पड़ता है. इसलिए अमानक खादों की बिक्री पर अनिवार्य रूप से कड़ी कार्रवाई किए जाने के आदेश दिए. साथ ही अमानक खाद की बिक्री रोकने में लापरवाही किये जाने पर अधिकारी के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए है.
कृषि एरिया बढ़ाने की योजना
प्रदेश में रबी फसलों के विस्तार की पर्याप्त संभावनाओं को देखते हुए कृषि मंत्री चौबे ने कहा कि कृषि क्षेत्र बढ़ाने के लिए नए योजना बनायी जाएगी. इसके लिए मैदानी इलाकों के किसानों को खेती में मार्गदर्शन, प्रमाणित बीज और अनुदान उपलब्ध कराने की उन्होंने घोषणा की. इसके अलावा गर्मी के मौसम में धान की खेती किए जाने से भू-जल स्तर में तेजी से गिरावट आने पर चिंता जताई और किसानों को अधिक से अधिक रबी फसल के लिए प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया. साथ ही राज्य में कृषि को बेहतर बनाने के लिए नए बीज प्रसंस्करण केन्द्र खोलने और बीज उत्पादन केन्द्रों को आधुनिक बनाए जाने के निर्देश दिए.
बढ़ायी जाएगी फसल बीमा संख्या
कृषि मंत्री ने कहा कि जहां-जहां अकाल की संभावना दिख रही है, वहां पर प्राथमिकता के साथ किसानों को फसल बीमा का लाभ दिया जाएगा. उन्होंने फसल बीमा की दावा आपत्ति की भी जानकारी ली और धान की खरीदी मूल्य में वृद्धि से बीमित किसानों की संख्या बढ़ने से इसकी जानकारी फार्मर पोर्टल में दर्ज किए जाने के आदेश दिए. साथ ही किसानों के लिए डिजिटल परिचय पत्र बनाए जाएंगे, जिसमें किसानों की सम्पूर्ण जानकारी और आवश्यक दस्तावेज डिजिटल फार्म में होगी.