रायपुर: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी का आज 92वां जन्मदिन है. आडवाणी का छत्तीसगढ़ से भी गहरा नाता रहा है. अविभाजित मध्य प्रदेश के दौर से ही वे छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में आते-जाते रहे हैं. छत्तीसगढ़ राज्य गठन में भी उनका विशेष योगदान रहा है.
छत्तीसगढ़ में भाजपा की पैठ बनाने से लेकर सत्ता और संघर्ष में आडवाणी की योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक कहते हैं, "छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के उनका बड़ा योगदान रहा है. राज्य निर्माण के वक्त वे देश के उप प्रधानमंत्री थे, और पहले मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण समारोह में वे खुद मौजूद रहे थे." कौशिक ने बताया कि बिलासपुर में हाईकोर्ट बनाने के पीछे भी आडवाणी की बड़ी भूमिका रही है.
वरिष्ठ पत्रकार शशांक शर्मा कहते हैं, छत्तीसगढ़ प्रांत को मध्य प्रदेश के दौर से ही मूलतः कांग्रेस मानसिकता वाला क्षेत्र माना जाता रहा है. 1977 में जब पूरे देश मे कांग्रेस विरोधी लहर थी, उस दौर में भी यहां से कांग्रेस के विधायक जीत कर आए थे. ऐसे हालात में बीजेपी संगठन को खड़ा करना और विश्वसनीयता पैदा करने में आडवानी का बड़ा रोल रहा है.
लालकृष्ण आडवाणी आज 92 साल के हो गए हैं. कहा जा सकता है आडवाणी वो नेता हैं, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी को भारतीय राजनीति में एक प्रमुख पार्टी बनाने में अतुलनीय योगदान दिया है. उन्होंने कई बार पार्टी अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी निभाई.