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सत्ता और संघर्ष के साथ छत्तीसगढ़ गठन में आडवाणी का ऐसा है योगदान

अविभाजित मध्य प्रदेश के दौर से ही आडवाणी छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में आते-जाते रहे हैं. छत्तीसगढ़ राज्य गठन में भी उनका विशेष योगदान रहा है.

पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी
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Published : Nov 9, 2019, 12:03 AM IST

रायपुर: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी का आज 92वां जन्मदिन है. आडवाणी का छत्तीसगढ़ से भी गहरा नाता रहा है. अविभाजित मध्य प्रदेश के दौर से ही वे छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में आते-जाते रहे हैं. छत्तीसगढ़ राज्य गठन में भी उनका विशेष योगदान रहा है.

आडवाणी का ऐसा है योगदान

छत्तीसगढ़ में भाजपा की पैठ बनाने से लेकर सत्ता और संघर्ष में आडवाणी की योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक कहते हैं, "छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के उनका बड़ा योगदान रहा है. राज्य निर्माण के वक्त वे देश के उप प्रधानमंत्री थे, और पहले मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण समारोह में वे खुद मौजूद रहे थे." कौशिक ने बताया कि बिलासपुर में हाईकोर्ट बनाने के पीछे भी आडवाणी की बड़ी भूमिका रही है.

वरिष्ठ पत्रकार शशांक शर्मा कहते हैं, छत्तीसगढ़ प्रांत को मध्य प्रदेश के दौर से ही मूलतः कांग्रेस मानसिकता वाला क्षेत्र माना जाता रहा है. 1977 में जब पूरे देश मे कांग्रेस विरोधी लहर थी, उस दौर में भी यहां से कांग्रेस के विधायक जीत कर आए थे. ऐसे हालात में बीजेपी संगठन को खड़ा करना और विश्वसनीयता पैदा करने में आडवानी का बड़ा रोल रहा है.

लालकृष्ण आडवाणी आज 92 साल के हो गए हैं. कहा जा सकता है आडवाणी वो नेता हैं, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी को भारतीय राजनीति में एक प्रमुख पार्टी बनाने में अतुलनीय योगदान दिया है. उन्होंने कई बार पार्टी अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी निभाई.

रायपुर: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी का आज 92वां जन्मदिन है. आडवाणी का छत्तीसगढ़ से भी गहरा नाता रहा है. अविभाजित मध्य प्रदेश के दौर से ही वे छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में आते-जाते रहे हैं. छत्तीसगढ़ राज्य गठन में भी उनका विशेष योगदान रहा है.

आडवाणी का ऐसा है योगदान

छत्तीसगढ़ में भाजपा की पैठ बनाने से लेकर सत्ता और संघर्ष में आडवाणी की योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक कहते हैं, "छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के उनका बड़ा योगदान रहा है. राज्य निर्माण के वक्त वे देश के उप प्रधानमंत्री थे, और पहले मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण समारोह में वे खुद मौजूद रहे थे." कौशिक ने बताया कि बिलासपुर में हाईकोर्ट बनाने के पीछे भी आडवाणी की बड़ी भूमिका रही है.

वरिष्ठ पत्रकार शशांक शर्मा कहते हैं, छत्तीसगढ़ प्रांत को मध्य प्रदेश के दौर से ही मूलतः कांग्रेस मानसिकता वाला क्षेत्र माना जाता रहा है. 1977 में जब पूरे देश मे कांग्रेस विरोधी लहर थी, उस दौर में भी यहां से कांग्रेस के विधायक जीत कर आए थे. ऐसे हालात में बीजेपी संगठन को खड़ा करना और विश्वसनीयता पैदा करने में आडवानी का बड़ा रोल रहा है.

लालकृष्ण आडवाणी आज 92 साल के हो गए हैं. कहा जा सकता है आडवाणी वो नेता हैं, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी को भारतीय राजनीति में एक प्रमुख पार्टी बनाने में अतुलनीय योगदान दिया है. उन्होंने कई बार पार्टी अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी निभाई.

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(फीड लाइव यू से भेजी है। आडवाणी के छत्तीसगढ़ यात्रा से जुड़ी कुछ तस्वीरे भी है)


रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के पितामह पुरूष के रूप ने जाने जाने वाले वरिष्ठ नेता और देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी का आज अपना 92वां जन्मदिन मना रहे है है. आडवाणी जी का छत्तीसगढ़ गहरा नाता है. अविभाजित मध्यप्रदेश के दौर से ही वे छत्तीसगढ़ प्रांत में आते जाते रहे है। छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण और उसके बाद विकास में भी उनकी अहम भूमिका रही है। Body:Vo 1
लालकृष्ण आडवाणी जी संगठन को मजबूत करने में पूरे देश मे यात्रा करते रहे है। छत्तीसगढ़ में भाजपा की पैठ बनाने से लेकर सत्ता और संघर्ष में उनके योगदान को भुलाया नही जा सकता। आज भी भाजपा के नेताओ मे उनकी यादे जेहन में है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक कहते है कि छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के उनका बड़ा योगदान रहा है। राज्य निर्माण के वे उपप्रधानमंत्री रहे है। मुख्यमंत्री की शपथग्रहण में वे खुद मौजूद रहे है। अटल जी के प्रधानमंत्री काल मे छत्तीसगढ़ को पुष्पित पल्लवित करने का काम आडवाणी जी ने किया है। बिलासपुर में हाईकोर्ट बनाने के पीछे आडवाणी जी की बड़ी भूमिका रही है। जितने भी आंदोलन हुए चाहे वो अयोध्या मंदिर की बात हो या जनादेश यात्रा की वे हमेशा छत्तीसगढ़ को जोड़े है। छत्तीसगढ़ के ना केवल भाजपा बल्कि कांग्रेस के नेताओ से भी उनका व्यकिगत परिचय रहा है। छत्तीसगढ़ के विकास और कल्याण की बात होती है तो वो हमेशा प्रसन्न होते है।
बाईट धरमलाल कौशिक, नेता प्रतिपक्ष, छग

वीओ 2

वही छत्तीसगढ़ के राजनीतिक रूप से भाजपा को स्थापित करने में भी लालकृष्ण आडवाणी जी भूमिका अहम रही है। वरिष्ठ पत्रकार शशांक शर्मा कहते है कि छत्तीसगढ़ प्रांत को मध्यप्रदेश में दौर से ही मूलतः कांग्रेस मानसिकता वाला क्षेत्र माना जाता है। 1977 में जब पूरे देश मे कांग्रेस विरोधी लहर थी उस दौर में भी कांग्रेस के विधायक जीत कर आए थे। ऐसे हालात में बीजेपी के संगठन को खड़ा करना और विश्वसनीयता पैदा करने में उनका बड़ा रोल रहा है। भाजपा की 2003 से 2018 तक की सत्ता सरकार के मूल में संगठन की ताकत आडवाणी जी ही रहे है। 1992 में जनादेश यात्रा छत्तीसगढ़ के हर विधानसभा में गुजरी थी। संगठन के आकर्षण के पीछे इस यात्रा का बड़ा रोल है। उनको सादगी बड़ी पसंद है, वे रामसागर पारा के 2 कमरे के गद्रे भवन में भी रुकने में संकोच नही करते थे।

बाईट शशांक शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार

Conclusion:फाइनल वीओ

लालकृष्ण आडवाणी 92 साल के हो गए हैं. ये कहा जा सकता है कि आडवाणी वो नेता हैं, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी को भारतीय राजनीति में एक प्रमुख पार्टी बनाने में अतुलनीय योगदान दिया है. उन्होंने कई बार पार्टी अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी निभाई. लेकिन छत्तीसगढ़ से उनका जुड़ाव हमेशा से रहा है जो आज भी जेहन में है।

पीटीसी

मयंक ठाकुर, ईटीवी भारत रायपुर
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