रायपुर: राजधानी रायपुर के खमतराई थाना क्षेत्र में नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. खमतराई पुलिस (Khamtrai Police) ने ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह के 1 सदस्य को गिरफ्तार किया है. अब पुलिस इस गिरोह के दूसरे सदस्यों की तलाश में जुटी है.
खमतराई थाना प्रभारी विनीत दुबे ने बताया कि पुष्पेन्द्र तिवारी निवासी जांजगीर चांपा ने थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी. साल 2019 में वह मनसाराम पाटले के संपर्क में आया था. उसने बताया था कि नीरज लाल, कुलदीप सिंह ठाकुर, जुनैद खान, सागर बिसाई की राजनीतिक पकड़ है. सभी आईटीआई विभाग में नौकरी करते हैं और दूसरों को भी नौकरी लगवाते हैं.
आरोपी के झांसे में आकर पीड़ित पुष्पेन्द्र ने 5 लाख 70 हजार रुपए दे दिए.मनसाराम पाटले से भी आरोपियों ने 12 लाख रुपए नौकरी लगवाने के नाम पर ऐंठे लेकिन आज तक आरोपियों ने ना ही नौकरी लगवाई और ना ही ली हुई राशि को वापस किया.
इंटर स्टेट ठग गिरोह के 5 सदस्य गिरफ्तार, आभूषण कारीगर बनकर देते थे वारदात को अंजाम
सभी आरोपियों के खिलाफ खमतराई पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं के तहत गंभीर मामला दर्ज किया और तलाशी शुरू की. जिसमें से एक आरोपी सागर बिसाई उम्र 22 वर्ष को छोटी बाजार थाना चिरमिरी, जिला कोरिया से खमतराई पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी को न्यायिक रिमाण्ड पर रायपुर लाने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है. नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले इस गिरोह के दूसरे सदस्य फरार हैं. जिसकी तलाश खमतराई पुलिस कर रही है. लेकिन फरार आरोपियों के बारे में पुलिस के हाथ अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है.
राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के दूसरे जिलों में लगातार ठगी की वारदात हो रही है. आरोपी लोगों को अलग-अलग तरीके से झांसा देकर ठगी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. ठगी से बचने के लिए पुलिस भी कई तरह के जागरूकता अभियान भी चला रही है, लेकिन इस तरह की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं.