रायपुर: राजधानी में सड़क हादसों की बात की जाए, तो रायपुर से होकर गुजरने वाले नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे में जनवरी 2019 से अप्रैल 2019 तक इन 4 महीनों में 795 सड़क हादसे हुए हैं. इनमें अब तक 168 लोगों की मौत हो चुकी है. 80% सड़क दुर्घटना में बाइकर्स की मौत हुई है.
हसौद में 17, तो धरसीवां में हुई 12 की मौतें
जनवरी से लेकर अप्रैल तक 259 हादसे हुए हैं. इसमें से जनवरी और फरवरी में 40 हादसे हुए और इन 2 महीनों में 31 मौतें हुई. वहीं मार्च और अप्रैल में हादसों में मौत के आंकड़े कम हुए, 25 हादसे हुए जिसमें 5 मौतें हुई हैं. इस हिसाब से 4 महीने में इस हाईवे पर 42 मौत हुई हैं. वहीं धरसीवां से खमतराई होते हुए अभनपुर से धमतरी की तरफ जाने वाली नेशनल हाईवे 30 में 71 हादसे हुए हैं. इसमें 21 मौतें हुई. साथ ही धरसीवा मार्ग पर 12 मौतें हुई हैं. इसके अलावा पंडरी से विधानसभा खरोरा होते हुए बलौदा बाजार की तरफ जाने वाले नेशनल हाईवे 130 में 45 हादसे हुए, जिसमें 17 लोगों की मौत हुई है.
कहीं शराब ने दिखाया असर, तो कहीं तेज रफ्तार ने ली जान
सड़कों पर डिवाइडर और टेर्निंग में रेडियम युक्त संकेतक नहीं होने से हादसे हुए तो कुछ लोग तेज रफ्तार के भी शिकार हुए हैं. फिलहाल सड़कों में जो कमियां हैं, उनको जल्द पूरा करने की बात कही गई है. इसी के साथ राजधानी से गुजरने वाले सभी नेशनल हाईवे में ढाबों के पास बिना पार्किंग लाइट जलाए वाहनों की अवैध पार्किंग को लेकर वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने की सख्त निर्देश भी दिए गए हैं.