रायपुर: 'गढ़बो नवा छत्तीसगढ़' के नारे के साथ काम कर रही प्रदेश सरकार ने मंगलवार को अपना दूसरा बजट सदन में पेश किया. इसमें प्रदेश के विकास के लिए कई नए प्रस्ताव पारित किया गया है. बजट में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अनसूचित जनजाति वर्ग के बच्चों के लिए 61 नए छात्रावास खोलने का प्रस्ताव दिया है. नए छात्रावास खोलने सहित कुल छात्रावास के संचालन के लिए 378 करोड़ रुपये का प्रावधान है. नवीन मद से सौ छात्रावास भवन का निर्माण कराया जाना है. इसके अलावा विवेकानंद गुरुकुल उन्नयन योजना के लिए 303 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.
आदिवासी संस्कृति को नजदीक से जानने और समझने के लिए सशक्त मंच देने के उद्देश्य से देश के सबसे बड़े आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन 27 से 29 दिसंबर 2019 तक राजधानी रायपुर में किया गया. इसमें 24 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ कई देशों के आदिवासियों ने भाग लिया था. आयोजन की सफलता को देखते हुए आदिवासी अस्मिता और संस्कृत के उत्कर्ष के लिए हर साल राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन करने का प्रस्ताव पारित हुआ है.
नए छात्रावास के लिए जताया आभार
छात्रों ने कहा कि छत्तीसगढ़ के 75 फीसदी लोग गांव में बसते हैं, ऐसे में यहां छात्रावास बनाना जरूरी है. इसके लिए मुख्यमंत्री ने बजट में इसकी बात कही है जिसका वे लोग स्वागत करते हैं. IIT, IIM और AIIMS जैसे संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों का नामांकन शुल्क का भार राज्य सरकार वहन करेगी. यह अपने आप में एक बड़ी घोषणा है.
कलाकरों को मिलेगा मंच
कलाकार ने बताया कि देश में ऐसे कई कलाकार हैं, जो बड़े बुरे हाल में अपनी जिंदगी जी रहे हैं. इनके लिए जरूरी है कि सरकार पेंशन की व्यवस्था करे और छत्तीसगढ़ सरकार ने आदिवासी नृत्य महोत्सव हर साल करने की बात कही है, जिससे देश के कलाकारों के साथ राज्य के कलाकारों को प्रोत्साहन मिलेगा और वह अपनी राज्य की कला को बड़े मंच पर दिखा पाएंगे.