रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर दूसरे राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के 6 हजार 937 श्रमिकों को बड़ी राहत मिली है. मजदूरों को आश्रय स्थलों में ठहरने, भोजन, चिकित्सा सहित अन्य सुविधा मुहैया कराई जा रही है. सीएम भूपेश बघेल के निर्देशों पर श्रमिकों के लिए कारखाना प्रबंधकों और ठेकेदारों से सम्पर्क किया जा रहा है और उनके रहने-खाने की सुविधाएं जुटाई जा रही हैं.
छत्तीसगढ़ के 22 जिलों के श्रमिकों के 20 अन्य राज्यों में फंसे होने की जानकारी मिली थी. इनमें महाराष्ट्र में 2 हजार 98, उत्तरप्रदेश में 2 हजार 679, जम्मू-कश्मीर में 1 हजार 363, तेलंगाना में 1 हजार 743, गुजरात में 1 हजार 447, कर्नाटक में 551 और आंध्रप्रदेश में 187 श्रमिक शामिल हैं. सभी की पहचान कर उन्हें भोजन, ठहरने और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इसी तरह पंजाब, ओडिशा, मध्यप्रदेश और दिल्ली में फंसे हुए राज्य के मजदूरों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था की गई है.
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार लॉकडाउन में फंसे सबसे ज्यादा मुंगेली के 2 हजार 902, कवर्धा के 2 हजार 857, राजनांदगांव के 1 हजार 114, जांजगीर-चांपा के 1 हजार 57, बलौदाबाजार के 895, बेमेतरा के 659, रायगढ़ के 457, बिलासपुर के 455, बलरामपुर के 209, महासमुंद के 205 और कोरबा के 188 श्रमिक फंसे हुए हैं.