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अब तक क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी कर करीब 50 हजार मजदूर लौटे घर, सिंहदेव ने दी जानकारी

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों के लिए बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर्स की जानकारी दी. सिंहदेव ने क्वॉरेंटाइन सेंटरों में प्रवासी मजदूरों को मिल रही सुविधाओं के बारे में विस्तृत रूप से बताया.

migrant workers are getting facility
प्रवासी मजदूरों को मिल रही सुविधा
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Published : Jun 2, 2020, 8:29 AM IST

Updated : Jun 2, 2020, 9:40 AM IST

रायपुर: देश के विभिन्न हिस्सों से छत्तीसगढ़ लौटे प्रवासी श्रमिकों के लिए प्रदेशभर में 20 हजार से अधिक क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. इन सेंटर्स में 3 लाख 48 हजार लोगों को क्वॉरेंटाइन पर रखा गया है. 14 दिनों की क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी कर अब तक तकरीबन 50 हजार मजदूर अपने घर लौट चुके हैं. इसकी जानकारी स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने दी है.

टीएस सिंहदेव ने बताया कि 14 दिनों के क्वॉरेंटाइन के बाद भी कम से कम 10 दिन के लिए लोगों को घरों में आइसोलेट किया जा रहा है. इन्हें सात से दस दिनों तक होम क्वॉरेंटाइन में रहने के निर्देश दिए गए हैं. गांवों में स्थापित क्वॉरेंटाइन सेंटर्स का संचालन और नियंत्रण संबंधित जिला प्रशासन कर रहा है. इनके संचालन में ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत और जिला पंचायतें सक्रिय भागीदारी निभा रही हैं.

टीएस सिंहदेव ने दी जानकारी

क्वॉरेंटाइन सेंटर में सुविधाएं उपलब्ध

लगभग सभी ग्राम पंचायत में क्वारेंटाइन सेंटर्स स्थापित किए गए हैं. इन सेंटरों में रह रहे प्रवासी मजदूरों को आवास और भोजन सहित सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. अस्थायी शौचालयों, पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग स्नानगृह, स्वच्छ पेयजल, लाइट और पंखों की व्यवस्था की गई है.

Sanitary napkins being distributed to women laborers
महिला मजदूरों को बांटे जा रहे हैं सेनिटरी नैपकिन

मास्क और सैनिटाइजर की सुविधा

टीएस सिंहदेव ने जानकारी दी कि क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में खाने-पीने के लिए पर्याप्त संख्या में दोना-पत्तल और डिस्पोजेबल ग्लास के इंतजाम किए गए हैं. बार-बार हाथ धोने के लिए साबुन और पानी के साथ ही हैंड सैनिटाइजर भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं. मुंह ढंकने के लिए मास्क और गमछा भी दिया जा रहा है.

सेंटर में साफ-सफाई की व्यवस्था

क्वॉरेंटाइन सेंटरों में भोजन बनाने के सभी इंतजामों के साथ ही सोने के लिए गद्दा, दरी और चादर उपलब्ध कराया जा रहा है. इन सेंटर्स में साफ-सफाई की भी अच्छी व्यवस्था की गई है. इसके लिए सभी सेंटरों को पर्याप्त मात्रा में डस्टबिन, झाड़ू, फिनाइल और बाल्टियां दी गई हैं.

migrant workers are getting facility
प्रवासी मजदूरों को मिल रही सुविधा

सेहत का भी रखा जा रहा ख्याल

क्वॉरेंटाइन सेंटर में लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए योग और प्राणायाम कराए जा रहे हैं. महिलाओं को माहवारी स्वच्छता के लिए सेनिटरी नैपकिन भी वितरित किए जा रहे हैं.

रायपुर: देश के विभिन्न हिस्सों से छत्तीसगढ़ लौटे प्रवासी श्रमिकों के लिए प्रदेशभर में 20 हजार से अधिक क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. इन सेंटर्स में 3 लाख 48 हजार लोगों को क्वॉरेंटाइन पर रखा गया है. 14 दिनों की क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी कर अब तक तकरीबन 50 हजार मजदूर अपने घर लौट चुके हैं. इसकी जानकारी स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने दी है.

टीएस सिंहदेव ने बताया कि 14 दिनों के क्वॉरेंटाइन के बाद भी कम से कम 10 दिन के लिए लोगों को घरों में आइसोलेट किया जा रहा है. इन्हें सात से दस दिनों तक होम क्वॉरेंटाइन में रहने के निर्देश दिए गए हैं. गांवों में स्थापित क्वॉरेंटाइन सेंटर्स का संचालन और नियंत्रण संबंधित जिला प्रशासन कर रहा है. इनके संचालन में ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत और जिला पंचायतें सक्रिय भागीदारी निभा रही हैं.

टीएस सिंहदेव ने दी जानकारी

क्वॉरेंटाइन सेंटर में सुविधाएं उपलब्ध

लगभग सभी ग्राम पंचायत में क्वारेंटाइन सेंटर्स स्थापित किए गए हैं. इन सेंटरों में रह रहे प्रवासी मजदूरों को आवास और भोजन सहित सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. अस्थायी शौचालयों, पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग स्नानगृह, स्वच्छ पेयजल, लाइट और पंखों की व्यवस्था की गई है.

Sanitary napkins being distributed to women laborers
महिला मजदूरों को बांटे जा रहे हैं सेनिटरी नैपकिन

मास्क और सैनिटाइजर की सुविधा

टीएस सिंहदेव ने जानकारी दी कि क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में खाने-पीने के लिए पर्याप्त संख्या में दोना-पत्तल और डिस्पोजेबल ग्लास के इंतजाम किए गए हैं. बार-बार हाथ धोने के लिए साबुन और पानी के साथ ही हैंड सैनिटाइजर भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं. मुंह ढंकने के लिए मास्क और गमछा भी दिया जा रहा है.

सेंटर में साफ-सफाई की व्यवस्था

क्वॉरेंटाइन सेंटरों में भोजन बनाने के सभी इंतजामों के साथ ही सोने के लिए गद्दा, दरी और चादर उपलब्ध कराया जा रहा है. इन सेंटर्स में साफ-सफाई की भी अच्छी व्यवस्था की गई है. इसके लिए सभी सेंटरों को पर्याप्त मात्रा में डस्टबिन, झाड़ू, फिनाइल और बाल्टियां दी गई हैं.

migrant workers are getting facility
प्रवासी मजदूरों को मिल रही सुविधा

सेहत का भी रखा जा रहा ख्याल

क्वॉरेंटाइन सेंटर में लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए योग और प्राणायाम कराए जा रहे हैं. महिलाओं को माहवारी स्वच्छता के लिए सेनिटरी नैपकिन भी वितरित किए जा रहे हैं.

Last Updated : Jun 2, 2020, 9:40 AM IST
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