रायपुर: शहर के कोतवाली थाने में 4 जून को पांच बस ड्राइवरों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया गया था. जिसपर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पांच बस ड्राइवरों को गिरफ्तार किया है.
वाहन शाखा प्रभारी राजकुमार द्विवेदी ने कोतवाली थाने में 4 जून को मामला दर्ज कराया था. बस ड्राइवरों पर आरोप है कि करीब 1 लाख 13 हजार रुपये कीमत की 1 हजार 600 लीटर डीजल की खपत अधिक बताई गई थी. जिसपर पुलिस ने मां तारिणी ट्रेवल्स के पांच ड्राइवरों को गिरफ्तार किया है.
420 का मामला दर्ज
कोतवाली पुलिस ने बताया कि राजकुमार द्विवेदी ने पांच ड्राइवरों के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई थी. राजकुमार द्विवेदी ने आरोप लगाया था कि फर्जी सील बनवाकर और हस्ताक्षर कर शासन के अधिग्रहित वाहन के मीटर रीडिंग को बढ़ा दिया गया और 1600 लीटर डीजल जिसकी कीमत 1 लाख 13 हजार रुपये है गबन किया गया है. जिसके बाद 5 ड्राइवर के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा 420 के तहत का मामला दर्ज किया गया था.
फर्जी तरीके से भर दिया डायरी
जांच के दौरान पांचों ड्राइवर की ओर से तैयार किए गए ड्राइवर डायरी में सफर अधिक प्रतित होना पाया, जिसकी जांच में फर्जी तरीके से डायरी को भराने का मामला सामने आया है. जिसकी जानकारी एयर फोर्स के अधिकारियों को दी गई और ड्राइवर डायरी को सत्यापन के लिए भेजा गया, जहां ड्राइवरों के डायरी में सफरकर्ता के हस्ताक्षर और सत्यापन के सील को मिलाया तब पता चला कि सफरकर्ता के हस्ताक्षर और सत्यापन की सील फर्जी है.
नक्सल विरोधी अभियान में लगाई गई थी बस
विभागीय तौर पर एयर फोर्स के अधिकारियों के लिए नक्सल विरोधी अभियान ड्यूटी के लिए मां तारिणी ट्रेवल्स की बस को 1 फरवरी 2019 से अधिग्रहित किया गया था. वाहन शाखा में वाहनों को 15-15 दिन के लिए अस्थाई रूप से अधिग्रहित कर एयर फोर्स नक्सल विरोधी अभियान ड्यूटी के लिए प्रदान किया गया था.