रायपुर: शंकर नगर स्थित BTI मैदान में आठ दिवसीय स्वदेशी मेला का आयोजन किया गया है. जिसमें देश के अलग-अलग राज्यों से दुकानदार आए हुए हैं. इस मेले में शिल्पकारों की ओर से बनाए गए मिट्टी के तवे और हांडी के साथ ही हाथों से बनाये गए कपड़ों को खासा पसंद किया जा रहा है. लोग इसे अपने घरों के लिए खरीद भी रहे हैं.
दुकानदारों ने मिट्टी से बने बर्तनों की खासियत बताते हुए कहा कि 'इसे गैस के चूल्हे पर इस्तेमाल किया जा सकता है. इसकी कीमत भी कुछ ज्यादा नहीं सिर्फ 300 से 500 रुपये तक है. इसके साथ ही मेले में विभिन्न राज्यों से आए हुए दुकानदारों ने अलग-अलग कपड़ों के स्टॉल भी लगाए हैं. जिसमें सभी वर्गों के लिए कपड़े उपलब्ध हैं. जिसमें ऊनी कपड़े लोगों को पसंद आ रहे हैं.
ऊनी कपड़ों की बढ़ी मांग
वहीं कश्मीर से आए दुकानदारों ने बताया कि 'साल भर ऊनी कपड़ों पर काम किया जाता है. इसकी कीमत 200 से 2000 तक है. हस्तशिल्प समूह के स्टोर पर लोगों को खरीदारी से पहले उस तकनीक के बारे में भी बताया जा रहा है कि 'जिसकी मदद से वस्तुएं बनाई जाती है. लोगों की इसमें खूब दिलचस्पी दिख रही है'.
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स्वराज मेले का 19वां साल
स्वराज मेला के संयोजक प्रवीण देवड़ा की ओर से बताया गया कि 'यह स्वराज मेले का 19वां साल है. इस मेले में दुकान लगाने के लिए लोग हिमाचल, जम्मू, राजस्थान और अन्य राज्यों से आते हैं. स्वदेशी मेला में अलग-अलग दिन विभिन्न धर्मों के कलाकारों की ओर से प्रस्तुति भी की जाती है. जिसमें संगीत और नृत्य शामिल हैं.