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रायपुर में 1700 स्ट्रीट लाइट खराब, महिलाओं की सुरक्षा पर खड़े हो रहे कई सवाल

रायपुर सिटी महिलाओं के लिए असुरक्षित बनती जा रही है. आए दिन महिलाओं से दुष्कर्म के मामले रायपुर सिटी में बढ़ते जा रहे हैं. रायपुर में 56,655 स्ट्रीट लाइट लगी हैं, जिसमें से1700 स्ट्रीट लाइट खराब हैं.

1700 street lights damaged in Raipur
रायपुर में1700 स्ट्रीट लाइट खराब
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Published : Jan 21, 2020, 5:12 PM IST

Updated : Jan 21, 2020, 10:47 PM IST

रायपुर: एक ओर सरकार जहां रायपुर को स्मार्ट सिटी बनाने की कोशिश कर रही है. जगह-जगह डेवलपमेंट के काम चल रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ देखा जाए तो रायपुर सिटी महिलाओं के लिए असुरक्षित नजर आ रही है. आए दिन महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले रायपुर सिटी में बढ़ते जा रहे हैं. पिछले महीने पुलिस ने शहर में 300 ब्लाइंड स्पॉट खोजे थे, जहां पर लोगों की आवाजाही कम रहती हो और स्ट्रीट लाइट भी ना हो.

वीडियो.

1700 स्ट्रीट लाईट अभी-भी है खराब
आंकड़ों की बात की जाए तो, शहर में 8 वार्डों के साथ ही सेंट्रल जोन ,एयरपोर्ट रोड और विद्युत सेंट्रल स्टोर मिलाकर पूरे रायपुर में 56,655 स्ट्रीट लाइट लगी हैं. जिसमें नगर निगम की 1700 स्ट्रीट लाइट खराब हैं. अगर जमीनी हकीकत देखी जाए तो, स्ट्रीट लाइट खराब होने आंकड़े ज्यादा हैं'. वहीं स्कूल और कोचिंग जाने वाली लड़कियों और काम करने वाली महिलाओं का कहना है कि 'दिन में तो मार्केट में भीड़भाड़ होने के वजह से उन्हें वहा किसी तरह की घबराहट और डर नहीं रहता है, लेकिन जैसे-जैसे दिन ढलता है, महिलाओं का डर बढ़ने लगता है.

'इन जगहों पर विशेष निगरानी रखेगी पुलिस'
रायपुर शहर के एडिशनल एसपी प्रफुल्ल ठाकुर का कहना है कि 'शहर के आसपास 300 ब्लाइंड स्पॉट खोजे गए हैं इसमें गर्ल्स हॉस्टल के आसपास का एरिया, सूनसान सड़क और स्कूल-कॉलेज के आसपास का एरिया शामिल है. ऐसे इलाकों में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और रेप होने का खतरा बढ़ जाता है. पुलिस की ओर से इन जगहों पर लगातार निगरानी रखी जाएगी'.

अपर आयुक्त ने दिया गोलमोल जवाब
वहीं नगर निगम अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य का कहना है कि 'नगर निगम के लगातार स्ट्रीट लाइट लगाने की कार्रवाई की जा रही है, जब ईटीवी भारत की टीम ने स्ट्रीट लाइट न लगाने पर महिला सेफ्टी को लेकर सवाल पूछा तो नगर निगम अपर आयुक्त ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि 'जहां पर स्ट्रीट लाइट खराब होने की सूचना जन प्रतिनिधि की ओर से मिलती है वहां पर स्ट्रीट लाइट लगाई जाती है, साथ ही दीवाली के बाद कई जगहों पर स्ट्रीट लाइट लगाई गई है और आगे भी सर्वे करने के बाद ऐसी जगहों का पता लगने पर हम वहां जल्द से जल्द स्ट्रीट लाइट लगाएंगे'.

रायपुर: एक ओर सरकार जहां रायपुर को स्मार्ट सिटी बनाने की कोशिश कर रही है. जगह-जगह डेवलपमेंट के काम चल रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ देखा जाए तो रायपुर सिटी महिलाओं के लिए असुरक्षित नजर आ रही है. आए दिन महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले रायपुर सिटी में बढ़ते जा रहे हैं. पिछले महीने पुलिस ने शहर में 300 ब्लाइंड स्पॉट खोजे थे, जहां पर लोगों की आवाजाही कम रहती हो और स्ट्रीट लाइट भी ना हो.

वीडियो.

1700 स्ट्रीट लाईट अभी-भी है खराब
आंकड़ों की बात की जाए तो, शहर में 8 वार्डों के साथ ही सेंट्रल जोन ,एयरपोर्ट रोड और विद्युत सेंट्रल स्टोर मिलाकर पूरे रायपुर में 56,655 स्ट्रीट लाइट लगी हैं. जिसमें नगर निगम की 1700 स्ट्रीट लाइट खराब हैं. अगर जमीनी हकीकत देखी जाए तो, स्ट्रीट लाइट खराब होने आंकड़े ज्यादा हैं'. वहीं स्कूल और कोचिंग जाने वाली लड़कियों और काम करने वाली महिलाओं का कहना है कि 'दिन में तो मार्केट में भीड़भाड़ होने के वजह से उन्हें वहा किसी तरह की घबराहट और डर नहीं रहता है, लेकिन जैसे-जैसे दिन ढलता है, महिलाओं का डर बढ़ने लगता है.

'इन जगहों पर विशेष निगरानी रखेगी पुलिस'
रायपुर शहर के एडिशनल एसपी प्रफुल्ल ठाकुर का कहना है कि 'शहर के आसपास 300 ब्लाइंड स्पॉट खोजे गए हैं इसमें गर्ल्स हॉस्टल के आसपास का एरिया, सूनसान सड़क और स्कूल-कॉलेज के आसपास का एरिया शामिल है. ऐसे इलाकों में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और रेप होने का खतरा बढ़ जाता है. पुलिस की ओर से इन जगहों पर लगातार निगरानी रखी जाएगी'.

अपर आयुक्त ने दिया गोलमोल जवाब
वहीं नगर निगम अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य का कहना है कि 'नगर निगम के लगातार स्ट्रीट लाइट लगाने की कार्रवाई की जा रही है, जब ईटीवी भारत की टीम ने स्ट्रीट लाइट न लगाने पर महिला सेफ्टी को लेकर सवाल पूछा तो नगर निगम अपर आयुक्त ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि 'जहां पर स्ट्रीट लाइट खराब होने की सूचना जन प्रतिनिधि की ओर से मिलती है वहां पर स्ट्रीट लाइट लगाई जाती है, साथ ही दीवाली के बाद कई जगहों पर स्ट्रीट लाइट लगाई गई है और आगे भी सर्वे करने के बाद ऐसी जगहों का पता लगने पर हम वहां जल्द से जल्द स्ट्रीट लाइट लगाएंगे'.

Intro:एक तरफ सरकार जहां रायपुर को स्मार्ट सिटी बनाने की कोशिश कर रही है जगह-जगह डेवलपमेंट के काम चल रहे हैं वहीं दूसरी तरफ देखा जाए तो यही रायपुर सिटी महिलाओं के लिए असुरक्षित बनता जा रहा है आए दिन महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले रायपुर सिटी में बढ़ते जा रहे हैं जिसके कई कारण है पिछले महीने पुलिस द्वारा शहर में 300 ब्लाइंड स्पॉट खोजे गए थे जहां पर लोगों की आवाजाही कम रहती हो और स्ट्रीट लाइट भी ना हो सुनकर आश्चर्य तो जरूर होगा एक तरफ हम रायपुर स्मार्ट सिटी की बात कहते हैं वहीं दूसरी तरफ रायपुर में ही कई गलियों चौक चौराहों में स्ट्रीट लाइट नहीं होने के कारण महिलाएं घर से निकलना भी असुरक्षित महसूस करती हैं।


Body:अगर आंकड़े की बात की जाए तो पूरे रायपुर शहर में 8 वार्ड हैं इसके साथ ही सेंट्रल जोन ,एयरपोर्ट रोड और विद्युत सेंट्रल स्टोर मिलाकर पूरे रायपुर में 56655 स्ट्रीट लाइट लगी है जिसमें नगर निगम की फ़ॉलो में 1700 स्ट्रीट लाइट खराब है। पर अगर ज़मीनी हकीकत देखी जाए तो स्ट्रीट लाइट खराब होने आंकड़े काफी ज्यादा है। वही स्कूल कोचिंग जाने वाली लड़कियों वह काम करने वाली महिलाओं का कहना है कि दिन में तो मार्केट में भीड़भाड़ होने के वजह से उन्हें वहा किसी तरह की घबराहट और किसी तरह का डर नहीं रहता है पर शाम होते होते रायपुर के ऐसे कई जगह है जहां पर महिलाओं को जाने में डर लगता है जैसे कि अंडर ब्रिज या रायपुर के कुछ आफ्टर साइड जहां अक्सर कम लोग जाए करते हैं वहां से गुजरने के दौरान महिलाओं को अक्सर डर लगता है महिलाओं ने बताया कि स्ट्रीट लाइट न होने की वजह से कई इलाकों में अंधेरा रहता है जिससे वो वह जा नही पाती ।पुलिस द्वारा काफी कोशिशें की जा रही है कि महिला को सुरक्षा मुहैया कराई जाए बावजूद इसके शहर में महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं पुलिस द्वारा 112 हेल्पलाइन नंबर भी चालू किया गया है जिसमें रात को 10 बजे से सुबह 6 बजे तक अगर महिलाओं को कहीं भी कुछ खतरा महसूस हो या डर लगे तो महिलाएं कभी भी पुलिस को फोन करके बुला सकती हैं। रायपुर शहर एडिशनल एसपी प्रफुल्ल ठाकुर का कहना है कि शहर भर में वह शहर के आसपास 300 ब्लाइंड स्पॉट खोजे गए हैं इसमें गर्ल्स हॉस्टल के आसपास का एरिया सुनसान सड़क वह स्कूल कॉलेज के आसपास का एरिया शामिल है ऐसे इलाकों में महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले ज्यादा होने की संभावना होती है जिसको देखते हुए पुलिस द्वारा लगातार निगरानी रखी जाएगी साथ ही पुलिस द्वारा नगर निगम को ऐसे इलाकों में जल्द स्ट्रीट लाइक लगाने के लिए भी कहा गया है।


Conclusion:वहीं नगर निगम अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य का कहना है कि नगर निगम द्वारा लगातार स्ट्रीट लाइट लगाने की कार्रवाई की जा रही है साथ ही ऐसे एरिया जोकि अभी-अभी बसे हैं वहां भी सर्वे के द्वारा पता लगाकर स्ट्रीट लाइट लगाई जा रही है। एसपीडीएल कंपनी खंबे लगाने का काम करती है तो वह खम्बे तो लगा देते हैं लेकिन स्ट्रीट लाइट नहीं लगा पाते इससे अगले सर्वे में देखते हुए वहां स्ट्रीट लाइट लगाई जाती है। जब ईटीवी भारत की टीम ने स्ट्रीट लाइट ना लगाने पर महिला सेफ्टी को लेकर सवाल पूछा तो नगर निगम अपर आयुक्त का कहना था कि नगर निगम अपर आयुक्त ने जवाब को घुमाते हुए कहा कि जहां पर स्ट्रीट लाइट खराब होने की सूचना जन प्रतिनिधि द्वारा मिलती है वहां पर स्ट्रीट लाइट लगाए जाते है साथ ही दीवाली के बाद कई जगहों पर स्ट्रीट लाइट लगाए गए है और आगे भी सर्वे द्वारा पता चलने पर हम स्ट्रीट लाइट जल्द से जल्द लगाएंगे। बच्चियों और महिलाओं के साथ बढ़ रहे दुष्कर्म के मामले का एक प्रमुख कारण स्मार्ट सिटी कहे जाने वाले रायपुर शहर में कई जगह स्ट्रीट लाइट ना होने भी है। बाइट :- नगर निगम अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य बाइट :- रायपुर शहर एडिशनल एसपी प्रफुल्ल ठाकुर बाइट :- प्रिया संघानी (रेड टॉप स्टूडेंट) बाइट :- प्रियल बराग (पिंक टॉप स्टूडेंट) बाइट :- युक्त सिन्हा (ब्लैक टीशर्ट स्टूडेंट) बाइट :- निधि सिंह (लाइट रेड टीशर्ट स्टूडेंट) बाइट :- एल्स मिंझ (ब्लैक स्वीटर वर्किंग वीमेन) बाइट :- हीनल पांडेय ( पिंक सूट वर्किंग वीमेन)
Last Updated : Jan 21, 2020, 10:47 PM IST
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