रायपुरःराजधानी रायपुर के अवंती विहार हॉस्पिटल में डॉक्टर के प्रोफेशन को धूमिल किया गया है. भगवान का दर्जा दिए जाने वाले डॉक्टर की लापरवाही से 10 साल के मासूम की मौत हो गई. इसके विरोध में छत्तीसगढ़ संगवारी संघर्ष समिति ने स्वास्थ्य अधिकारी और एडिशनल एसपी को ज्ञापन सौंपा है. बच्चे की मौत पर संबंधित निजी अस्पताल और डॉक्टर पर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की जा रही है.
पैसा जमा नहीं होने से रोका इलाज
मंदिर हसौद का रहने वाला 10 साल का खिलेश साहू खेलते समय लोहे की ग्रिल से टकरा गया, जिससे उसे सीने में गंभीर चोट लग गई. परिजनों ने चोटिल बच्चे को राजधानी के निजी अस्पताल अवंती विहार में भर्ती करवाया. अस्पताल प्रबंधन ने भर्ती के समय इलाज के लिए दस हजार रुपये की मांग की. बच्चे के माता-पिता दिहाड़ी मजदूर होने के कारण तुरंत पैसे जमा नहीं करवा पाये. तत्काल पैसा जमा नहीं कराए जाने से अस्पताल के डॉ. सूर्यवंशी ने बच्चे का इलाज भी चालू नहीं किया. इस कारण बच्चे की मौत हो गई.
डॉक्टर की लापरवाही का हो रहा है विरोध
बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई. साथ ही डॉक्टर के इस अमानवीय व्यवहार के विरोध में छत्तीसगढ़ संगवारी संघर्ष समिति ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी और एडिशनल एसपी दोनों को इस मामले में ज्ञापन सौंपा. इस मामलें में एडिशनल एसपी ने कहना है कि ये मामला सिविल लाइन थाने का है. इस कारण मामले को नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाइन को सौंपा गया है. इस मामले में जिसका भी नाम सामने आएगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.