रायपुर: AIIMS में नौकरी का झांसा देकर बेरोजगारों से 10 लाख की ठगी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने मंगलवार की रात हिरासत में ले लिया है और तीसरे आरोपी के तलाश में जुट गई है. आरोपी ने खुद को AIIMS का डॉक्टर बताकर बेरोजगारों से पैसे लिए थे. इसमें कुछ लोगों के नाम सामने आए हैं और उनकी भूमिका की जांच की जा रही है.
तीसरे आरोपी डॉ. मनीष टंडन की तलाश में जुटी पुलिस
इधर मानवाधिकार आयोग ने भी विभाग के 2 कर्मचारियों का नाम सामने आने के बाद जांच शुरू कर दी है. आरोपी मेघनाथ चंद्रवंशी और धनेश भारती दोनों मानवाधिकार आयोग के बाबू बताए थे. जिसके बाद दोनों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. वहीं पुलिस तीसरे आरोपी डॉ. मनीष टंडन की तलाशी जारी है. पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपियों ने मिलकर बेरोजगार युवकों को AIIMS में नौकरी लगाने का झांसा दिया था.
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3 बेरोजगारों से लिए 10 लाख रुपए
आरोपियों ने दो युवकों से 7 लाख और एक युवक से 3 लाख रुपए लिए हैं. वहीं पैसे एठने के बाद तीनों आरोपी नौकरी लगाने के नाम पर तीन बेरोजगारों को लगातार गुमराह करते रहे. जिसके बाद पीड़ित युवकों ने ASP से इसकी शिकायत की. जिसके बाद आमानाका पुलिस ने इस मामले दर्ज कर दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया. पुलिस अब इन आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी कर रही है, जिससे बेरोजगारों को उनका पैसा वापस मिल सकें.