रायगढ़ : बरसों से पानी के निस्तारण के लिए तालाबों का उपयोग किया जा रहा है. लेकिन समय के बीतने के साथ ही तालाबों के अस्तित्व पर संकट गहराता गया. रायगढ़ नगर निगम क्षेत्र में 12 से ज्यादा ऐसे तालाब बचे हैं जहां पानी रूकता है. ऐसे में अब निगम प्रशासन उन तालाबों को संरक्षित करने का प्रयास कर रहा है. तालाबों के संरक्षण के लिए अवैध कब्जा और गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की भी तैयारी की जा रही है. निगम प्रशासन ने अब शहर के तालाबों को चिन्हित करके उनके सरंक्षण की दिशा में कदम आगे बढ़ाया है.
रायगढ़ नगर निगम क्षेत्र में बढ़ती आबादी के साथ ही छोटे-बड़े कई तालाबों के किनारे अवैध निर्माण और डंपिंग यार्ड बना दिए गए हैं. अब निगम प्रशासन बचे हुए तालाबों को सुरक्षित रखने के लिए प्रयास कर रही है. जहां पर बाउंड्री वॉल, बैरिकेड की जरूरत है वहां निगम प्रशासन जरूरी सुविधा मुहैया कराएगी.इसके अलावा तालाब के संरक्षण की जिम्मेदारी वार्ड के लोगों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों को भी दी जाएगी.
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रायगढ़ के मुख्य तालाबों में जैसे बाघ तालाब, भुजबंधान तालाब, पुराना तालाब, गणेश तालाब, राजा तालाब जैसे तालाब उपेक्षित हैं. जिनके जीर्णोद्धार के लिए नगर निगम रायगढ़ आगे आया है ताकि रायगढ़ की भावी पीढ़ी इन तालाबों को जान सके. बढ़ती आबादी और शहरीकरण की चपेट में आकर ये तालाब बदहाल हालत में है. इन तालाबों को संरक्षित नहीं किया गया तो बहुत जल्द इन तालाबों का नामों निशान मिट जाएगा.