रायगढ़: देश में चल रहे लॉकडाउन के दौरान भी मजदूरों के शोषण और पलायन की स्थिति किसी से छिपी नहीं है. ऐसा ही कुछ मामला घरघोड़ा-अंबिकापुर हाईवे पर देखने को मिला, जहां कुछ मजदूर साइकिल खराब हो जाने के कारण सड़क के किनारे रुके थे. जिनसे ETV भारत ने बात की तो उन्होंने अपना दर्द बयां किया.
दरअसल रायगढ़ के गेरवानी में मौजूद एक निजी रोलिंग मिल के मालिक से 5 मजदूर रोलिंग मिल के मालिक के शोषण से परेशान होकर उत्तरप्रदेश जाने के लिए सायकिल से निकले थे. जहां घरघोड़ा-अंबिकापुर हाइवे पर उनकी साइकिल खराब हो गई. जब इन मजदूरों से ETV भारत ने बात की तो उन्होंने बताया कि, लॉकडाउन के बाद मिल का मालिक पहले तो पैसा देने की बात कहता रहा, फिर कुछ दिन बाद उसने राशन तक देने से भी इंकार कर दिया.
मजदूरों ने बताया कि, उनके अधिकतर साथी लॉकडाउन को बाद किसी न किसी माध्यम से अपने घर जा चुके हैं. मजदूरों का कहना है कि अब हमारी साइकिल भी खराब हो चुकी है, अब अंबिकापुर से आगे का सफर वे किसी ट्रक के माध्यम से तय करेंगे. गौरतलब है कि पूरे देश से ट्रकों के माध्यम से मजदूरों के पलायन करने की खबरें आ रही हैं. जिससे संक्रमण तेजी से फैलने की संभावना भी पूरे देश में बनी हुई है. रायगढ़ जिले में छोटी-बड़ी कंपनियों को मिलाकर 150 कंपनियां हैं. जिनमें मजदूरों का शोषण किसी न किसी रूप में कई वर्षों से होता आ रहा है.