रायपुर: B.Ed डिग्री सहायक शिक्षक का सब्र का बांध टूटता जा रहा है. नौकरी वापस देने की मांग को लेकर सहायक शिक्षक लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. रविवार को राजधानी रायपुर के तेलीबांधा तालाब के पास सभी सहायक शिक्षक अपने परिजनों के साथ दोपहर को जमा हुए थे. जहां इन्हें रोकने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था. इसके बाद यह सभी सहायक शिक्षक और उनके परिजन दोपहर से लेकर रात तक तेलीबांधा तालाब पर ही डटे रहे.
महिला सहायक शिक्षकों का आरोप: इस दौरान रात को रायपुर पुलिस कर्मी टीचर्स को धरनास्थल से हटाने की कोशिश करने लगे. जिसके बाद पुलिस और सहायक शिक्षकों के बीच जमकर झूमाझटकी हो गई. महिला सहायक शिक्षकों का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया है. शिक्षकों का कहना है "रात को हमें हटाया जा रहा है. महिला कॉन्स्टेबल नहीं है. पुरुष पुलिसकर्मी उनसे धक्का मुक्की कर रहे हैं." कई टीचर्स ने पुलिसकर्मियों पर नशे की हालत में दुर्व्यवहार करने का भी आरोप लगाया. कुछ प्रदर्शनकरियों ने कपड़े भी फाड़े जाने का आरोप लगाया है. सहायक शिक्षकों और पुलिस की धक्कामुक्की में कुछ सहायक शिक्षिकाएं बेहोश भी हो गई.
लड़कियों के कपड़े फाड़े जा रहे हैं. टच कर रहे हैं. शराब पीकर लड़कियों को छू रहे हैं. दुपट्टा खींच रहे हैं. महिला पुलिस नहीं है. बाल खींचे जा रहे हैं- सहायक शिक्षिका
"टीचर्स से हटने का अनुरोध किया लेकिन वहीं नहीं हटे": वहीं पुलिस अधिकारी का कहना है कि सहायक शिक्षक सुबह से ही तालाब के पास धरना दे रहे थे. लगभग 10 घंटे से इनका प्रदर्शन जारी है. इनसे कई बार अनुरोध किया जा रहा था, आपका आंदोलन संवैधानिक नहीं है. लेकिन यह हटे नहीं. जिसके बाद एसडीएम के आदेश के बाद सहायक शिक्षकों को हटाया गया.
सहायक शिक्षकों को हटाने के दौरान कुछ सहायक शिक्षक बेहोश हो गए थे. जिन्हें एंबुलेंस से उपचार के लिए ले जाया गया है.- पुलिस अधिकारी
31 दिसंबर 2024 को असिस्टेंट टीचर्स की गई नौकरी: 31 दिसंबर 2024 को 2900 सहायक शिक्षकों को टर्मिनेट कर दिया गया. जिसके बाद वापस नौकरी की मांग को लेकर टीचर्स प्रदर्शन कर रहे हैं. एक तरफ शिक्षक नया रायपुर तूता स्थित धरना स्थल पर धरना दे रहे हैं. तो दूसरी ओर रायपुर में भी अपनी मांगों पर सरकार का ध्यान आकर्षित कराने लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. सहायक शिक्षकों का कहना है कि जब तक उनको नौकरी पर वापस नहीं लिया जाएगा, उनका आंदोलन जारी रहेगा.