रायगढ़ : दिहाड़ी मजदूरी करने वाले सैकड़ों मजदूर आज पूर्व कलेक्टर की जिले से स्थानांतरण होने पर मिठाई बांटी.इनका आरोप है कि पिछले कई वर्षों से हम अपनी मांग को लेकर स्थानीय नेता कलेक्टर से करते आ रहे हैं. लेकिन हमारी सुध लेने वाला कोई नहीं. जिस जगह पर मजदूरों के लिए शेड निर्माण कराया गया है वह शहर से बहुत दूर है. हम मजदूर वहां जाएंगे तो हमें काम नहीं मिलेगा.
कलेक्टर की विदाई से मजदूर खुश : रायगढ़ शहर के मध्य स्थित शनि मंदिर के पास सैकड़ों मजदूर मांगों को लेकर आक्रोशित (Workers were angry in Raigarh) हैं. मजदूर 2007 से मांग करते आ रहे है कि उनके लिए शेड निर्माण, कार्यालय, शौचालय का निर्माण के साथ साथ रोजगार भी उपलब्ध कराया जाए. लेकिन कई अधिकारी और नेता इस बीच आए . आज तक किसी ने भी उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया.
क्या हैं मजदूरों की मांगें : मजदूरों की मुख्य मांग मजदूरों के लिए शेड निर्माण, कार्यालय, महिला-पुरुष के लिए शौचालय की व्यवस्था है. उनका यह भी आरोप है कि शहर के अंतिम छोर पर 20 लाख रुपए की लागत से मजदूरों के लिए शेड निर्माण किया गया है, जो कि गुणवत्ता विहीन है. उसकी भी जांच होनी चाहिए. छत्तीसगढ़ सिविल एंड पेंटिंग संघ के जिलाध्यक्ष गुड्डू सिंह ने रायगढ़ कलेक्टर भीम सिंह (Raigarh Collector Bhim Singh) के जिले से स्थानांतरण होने पर मिठाई बाटी. इन दिहाड़ी मजदूरों में कलेक्टर भीमसिंह के प्रति गुस्सा दिखा. हालांकि कलेक्टर भीम सिंह ने कोरोना काल मे मजदूरों के लिए अच्छी पहल की थी, राशन सामग्री बटवाया था. लेकिन उनकी खास समस्या शेड निर्माण और अन्य बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया.