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किसानों को लग सकती है दोहरी मार, कोरोना के बाद टिड्डी का बढ़ सकता है आतंक - Locusts epidemic india

देश में कोरोना के बाद टिड्डी दल का प्रकोप बढ़ रहा है. वहीं किसानों को इससे बचने के दवा छिड़काव और फसल रखवाली जैसे उपाय करने के लिए कृषि विभाग विभिन्न माध्यमों से उन्हें जागरूक करने का प्रयास कर रहा है.

tiddi may increase panic after corona in chhattisgarh
रायगढ़ उप संचालक कृषि
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Published : May 27, 2020, 5:45 PM IST

रायगढ़: देश में कोरोना के बाद अब टिड्डी किसानों के लिए भारी मुसीबत बन रही है. खड़ी फसल में प्रवासी कीट दस्तक दे चुके हैं. छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में इनका प्रकोप शुरू हो चुका है. मिलों तक उड़ान भरने वाले ये कीट किसानों की फसलों को पूरी तरह से नष्ट कर सकते हैं. रायगढ़ जिले के किसानों को इससे बचने के दवा छिड़काव और फसल रखवाली जैसे उपाय करने के लिए कृषि विभाग विभिन्न माध्यमों से उन्हें जागरूक करने का प्रयास कर रहा है.

फसल पर टिड्डियों का हमला

फसलों के उपर टिड्डी दल

कीट विशेषज्ञों के अनुसार ये झुंड में रहने पर इनका रवैया बेहद आक्रामक हो जाता है. फसलों को एक बार में ही सफाया कर देती हैं. दूर से ऐसा लगेगा, मानो फसलों के ऊपर किसी ने एक बड़ी-सी चादर बिछा दी हो.

अफ्रीकी देशों में काफी नुकसान पहुंचाया

कुछ समय पहले अफ्रीकी देशों में इन्होंने फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है. टिड्डियां फूल, फल, पत्ते, बीज, पेड़ की छाल और अंकुर सबुकछ खा जाती हैं. हर एक टिड्डी अपने वजन के बराबर खाना खाती हैं.

शोरगुल से भाग सकते हैं टिड्डी दल

जिले के वरिष्ठ कृषि अधिकारी का मानना है कि इन आक्रामक टिड्डियों को कीटनाशक से नष्ट किया जा सकता है. साथ ही टिड्डी दल को भगाने के लिए थालियां, ढोल, नंगाड़े, लाउडस्पीकर या दूसरी चीजों के जरिए से शोरगुल मचाया जा सकता है.

किसानों को करना होगा उपाए

किसानों को ऐसे उपाए करने पड़ेंगे, जिससे वे आवाज सुनकर खेत से भाग जाएं. प्रदेश में टिड्डियों की दस्तक के पहले सभी किसानों को इनसे बचने के उपाय करने होंगे. क्योंकि यह टिड्डियां करोड़ों की तादाद में झुंड में रहती हैं और कुछ ही घंटों में पूरी फसल को बर्बाद कर सकती हैं.

रायगढ़: देश में कोरोना के बाद अब टिड्डी किसानों के लिए भारी मुसीबत बन रही है. खड़ी फसल में प्रवासी कीट दस्तक दे चुके हैं. छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में इनका प्रकोप शुरू हो चुका है. मिलों तक उड़ान भरने वाले ये कीट किसानों की फसलों को पूरी तरह से नष्ट कर सकते हैं. रायगढ़ जिले के किसानों को इससे बचने के दवा छिड़काव और फसल रखवाली जैसे उपाय करने के लिए कृषि विभाग विभिन्न माध्यमों से उन्हें जागरूक करने का प्रयास कर रहा है.

फसल पर टिड्डियों का हमला

फसलों के उपर टिड्डी दल

कीट विशेषज्ञों के अनुसार ये झुंड में रहने पर इनका रवैया बेहद आक्रामक हो जाता है. फसलों को एक बार में ही सफाया कर देती हैं. दूर से ऐसा लगेगा, मानो फसलों के ऊपर किसी ने एक बड़ी-सी चादर बिछा दी हो.

अफ्रीकी देशों में काफी नुकसान पहुंचाया

कुछ समय पहले अफ्रीकी देशों में इन्होंने फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है. टिड्डियां फूल, फल, पत्ते, बीज, पेड़ की छाल और अंकुर सबुकछ खा जाती हैं. हर एक टिड्डी अपने वजन के बराबर खाना खाती हैं.

शोरगुल से भाग सकते हैं टिड्डी दल

जिले के वरिष्ठ कृषि अधिकारी का मानना है कि इन आक्रामक टिड्डियों को कीटनाशक से नष्ट किया जा सकता है. साथ ही टिड्डी दल को भगाने के लिए थालियां, ढोल, नंगाड़े, लाउडस्पीकर या दूसरी चीजों के जरिए से शोरगुल मचाया जा सकता है.

किसानों को करना होगा उपाए

किसानों को ऐसे उपाए करने पड़ेंगे, जिससे वे आवाज सुनकर खेत से भाग जाएं. प्रदेश में टिड्डियों की दस्तक के पहले सभी किसानों को इनसे बचने के उपाय करने होंगे. क्योंकि यह टिड्डियां करोड़ों की तादाद में झुंड में रहती हैं और कुछ ही घंटों में पूरी फसल को बर्बाद कर सकती हैं.

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