रायगढ़: छत्तीसगढ़ में वनवासियों के लिए हरा सोना कहे जाने वाले तेंदूपत्ता की खरीदी 1 मई से 31 मई तक हुई. जिसमें जिले में कोरोना का प्रभाव देखने मिला और अनुमानित लक्ष्य से सिर्फ 50 फीसदी खरीदी हो पाई.
रायगढ़ वन मंडल के अधिकारी ने बताया कि जिले में 60 हजार 700 मानक बोरा तेंदुपत्ते की खरीदी करनी थी. लेकिन लगभग 50 फीसदी ही खरीदी हो पाई. इसमें कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन की वजह से आदिवासियों का यह रोजगार प्रभावित हुआ है.
लॉकडाउन से प्रभावित हुआ खरीदी
वन अधिकारी ने बताया कि 60 हजार मानक बोरा में से अभी 28 हजार मानक बोरा की खरीदी हो पाई है. जबकि अंतिम आंकड़े मिलाकर लगभग 50 फीसदी ही खरीदी हो पाई है. इसमें बेमौसम बरसात के साथ ओलावृष्टि और कोरोना की वजह से जारी लॉकडाउन जैसे कारणों ने प्रभावित किया और खरीदी आधी हो गई.
50 फीसदी ही खरीदी हुई
जिले में ओलावृष्टि और खराब मौसम की वजह से पत्ते खराब हो गए थे. साथ ही लॉकडाउन के दौरान लोगों ने पत्ता तोड़ने में रुचि नहीं दिखाई. इसीलिए इस साल तेंदुपत्ता की ज्यादा खरीदी नहीं हो पाई.