रायगढ़: नगर निगम द्वारा 2015-16 में साफ-सफाई और निगम क्षेत्र के अंदर व्यवस्था बेहतर करने के लिए कुछ सामान खरीदे गए थे. इस खरीदी को लेकर अनियमितता के आरोप लगते रहे. इसकी जांच के लिए टीम भी बनाई गई. लेकिन कुछ दिनों में ही जांच ठंडे बस्ते में चला गया. अब निकाय चुनाव से ठीक पहले उस खरीदी के घोटाले कि जांच की जा रही है.
कंटेनर खरीदी में ज्य़ादा घोटाला
2015-16 में हुई खरीदी घोटाले की जांच बीच में ही रोक दी गई थी. लेकिन अब इस घोटाले की जांच नए सिरे से की जा रही है. घोटाले में 25 लोगों के नाम सामने आ रहे हैं. खासकर कंटेनर खरीदी में कीमत से अधिक भुगतान की शिकायत निगम में की गई थी. खरीदी और भुगतान करने वाले अधिकारी व ठेकेदार सत्ता पक्ष के करीबी माने जाते हैं. ऐसे में निकाय चुनाव से ठीक पहले उन पर शिकंजा कसना एक राजनीतिक जांच मानी जा रही है.
करोड़ों रुपए के हुए घोटाले में तत्कालीन कलेक्टर मंगई डी के नेतृत्व में जांच शुरू हुई थी लेकिन कलेक्टर के तबादले के बाद ये फाइल ठंडे बस्ते में चली गई थी.
कार्यकाल के शुरुआत में खरीदे थे कंटेनर- मधु बाई
मामले में नगर निगम महापौर मधु बाई का कहना है कि उनके कार्यकाल के शुरुआत में लाखों रुपए खर्च करके कंटेनर और निगम के कई अन्य सामान खरीदे गए थे. इनमें घोटाले की बात सामने आई थी. इसके लिए जांच टीम गठित की गई थी. जिन 25 लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, अगर वे आरोपी सिद्ध होते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.