रायगढ़: शहर को व्यवस्थित करने के लिए 2011 में मास्टर प्लान बनाया गया था. इस दौरान यातायात, सड़क, बाजार जैसी कई व्यवस्थाओं का ध्यान रखकर मास्टर प्लान तैयार किया गया था. लेकिन प्रशासनिक उदासीनता और राजनीतिक दखल के कारण यह प्लान लगभग 9 साल से ठंडे बस्ते में चला गया था. अब दोबारा शहर के मुख्य मार्ग को मास्टर प्लान के अनुसार बनाए जाने की योजना बनाई जा रही है. ताकि आए दिन शहर में लगने वाले ट्रैफिक जाम को दूर किया जा सके. साथ ही सड़कों के जरिए शहर की सुंदरता को निखारा जा सके.
अतिक्रमण की वजह से ट्रैफिक जाम
रायगढ़ शहर में लगभग हर दिन जाम की स्थिति बनती है. यहां की मुख्य सड़कें भी काफी सकरी है. रायगढ़ आस-पास के सैकड़ों गांव के लिए खरीददारी का केंद्र है. ऐसे में आए दिन जाम लगा रहता है. शहर में सडकों पर अतिक्रमण किया जाना ट्रैफिक जाम की समस्या का मुख्य कारण है. मास्टर प्लान से शहर के लोगों को जाम की समस्या से जल्द राहत मिल सकेगा.
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नगर निगम ने बनाई योजना
जाम की समस्या को खत्म करने के लिए नगर निगम ने शहर की सड़कों को जल्द ही मास्टर प्लान के अनुरूप चौड़ा करने की कार्य योजना बनाई है. पहले चरण में शहर के मेन मार्केट जैसे गांधी चौक, रामनिवास चौक, न्यू मार्केट और सुभाष चौक जैसे इलाकों को शामिल किया गया है. इन इलाकों में न सिर्फ बेजा कब्जा हटाए जाएंगे, बल्कि सडकों का चौड़ीकरण भी होगा.
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खास बात ये है कि इस अभियान में शहर में व्यापक पैमाने पर तोड़फोड़ के आसार हैं. अतिक्रमण हटाओ अभियान में किसी तरह की अड़चनें न हो लिए नगर निगम ने सार्वजनिक सूचना भी जारी कर दी है. ऐसे में कब्जाधारियों में हड़कंप मचा हुआ है. दरअसल रायगढ़ शहर में साल 2011 का मास्टर प्लान लागू है. मास्टर प्लान के अनुरूप जब शहर के सड़कों का मेजरमेंट किया गया तो सड़कों की चौड़ाई में 10 से 18 फीट का अंतर पाया गया. ऐसे में अब इन सड़कों को मास्टर प्लान के अनुरूप चौड़ा करने की तैयारी है.