रायगढ़ : प्रदेश में 1 दिसंबर से धान खरीदी होनी है, जिसके लिए किसानों का पंजीयन कराया जा रहा है. जिले में भी नए किसानों ने बढ़-चढ़कर पंजीयन कराया. नए किसानों की संख्या लगभग 20 हजार बढ़ी है. कई जगहों पर फर्जी तरीके से रकबे के पंजीयन की जांच के लिए टीम बनाई गई है.
रायगढ़ में कुल 94 हजार 621 किसानों का पंजीयन हो चुका है, जिसमें 1 लाख 53 हजार 792 हेक्टेयर भूमि शामिल है. 21 ऐसे किसान हैं, जिनके 54 एकड़ से ज्यादा की जमीन की जांच के लिए रेवेन्यू ऑफिसर को पत्र जारी किया गया है. बता दें कि धान खरीदी के लिए 7 नवंबर तक किसानों का पंजीयन कराना था.
जिले में कुल 123 धन खरीदी केंद्र हैं, जिनके लिए 123 नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. ये नोडल अधिकारी 35 बिन्दुओं में जानकारी देंगे. वहीं नोडल अधिकारियों के सुपरविजन के लिए तहसीलदारों को नियुक्त किया गया है.
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मजबूरी में बिचौलियों को धान बेच रहे किसान
धान खरीदी को लेकर खींचतान भले ही केंद्र और राज्य सरकार के बीच हो रही हो, लेकिन इसमें नुकसान सिर्फ और सिर्फ छत्तीसगढ़ के किसानों का हो रहा है. खलिहान और मंडियों में पड़े धान पर खराब होने का खतरा मंडरा रहा है, वहीं दूसरी ओर आर्थिक संकट के समय प्रदेश के कई जिलों के किसानों को मजबूरन बिचौलियों को औने-पौने दाम पर धान बेचना पड़ रहा है.