रायगढ़: शहर के कई उद्योग विभिन्न स्त्रोतों से पानी लेने के बाद जल कर का भुगतान करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. ऐसे कई छोटे बड़े उद्योग हैं. एमएसपी स्टील प्लांट पर एक अरब से ज्यादा का टैक्स बाकी है. इसी तरह इंड सिनर्जी, सालासर स्टील, सिघंल इंटरप्राइजेस सहित अन्य कंपनियों पर वाटर टैक्स बकाया है. सभी से अब सख्ती से वसूली की कार्रवाई की जा रही है. फिलहाल 6 उद्योगों के खिलाफ तहसीलदार ने RRC जारी कर राशि जमा करने करने के लिए 25 तारीख तक का समय दिया है.
मएसपी स्टील प्लांट पर एक अरब रुपये से ज्यादा का वाटर टैक्स बकाया है. कंपनी ने इस मामले में उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर समय देने की मांग की थी. शनिवार को उद्योग प्रबंधन को 45 दिनों का समय देते हुए फिलहाल 25 करोड़ रुपये जमा करने को कहा गया है. इसके साथ ही 6 उद्योग को भी तहसील कार्यालय से आरआरसी जारी हुआ है. नोटिस में 25 अगस्त तक जल कर की राशि जमा करने के लिए आरआरसी जारी किया गया है.
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कई कंपनियों के नाम शामिल
जिन कंपनियों को आरआरसी जारी हुआ है, उनमें महामाया रोलिंग मिल पर 33 लाख 82 हजार, सिंघल इंटरप्राइजेस पर 98 लाख 61 हजार, शाकम्बरी इस्पात पर 12 लाख 68 हजार, रायगढ़ इस्पात पर 21 लाख 14 हजार, सालासर स्टील पर 9 करोड़ 58 लाख, हर्ष कंस्ट्रक्शन पर 3 लाख का जल कर है बकाया है. तहसीलदार की ओर से निर्धारित समय में राशि जमा नहीं करने वाले उद्योगों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही जा रही है.