रायगढ़/सारंगढ़ : करोड़ों के धान गबन मामले में रायगढ़ पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी हैं. घटना में आरोपी सोसायटी अध्यक्ष और फंड प्रभारी राजू निषाद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सारंगढ़ पुलिस और सायबर सेल की विशेष टीम ने आरोपी को यूपी से गिरफ्तार किया है. वहीं एक अन्य आरोपी को जांजगीर-चांपा से गिरफ्तार किया गया है.
खाद्य विभाग की लिखित शिकायत पर उलखर सोसायटी में 3 करोड़ के धान गबन का मामला सामने आया था. शिकायत के बाद से उलखर सोसायटी अध्यक्ष आरोपी राजू निषाद पिछले 11 दिन से सारंगढ़ पुलिस को चकमा दे रहा था. सारंगढ़ पुलिस और सायबर सेल की विशेष टीम ने यूपी के चित्रकूट से आरोपी को धर दबोचा. वहीं एक और अन्य आरोपी उलखर सोसायटी के फंड प्रभारी के तौर पर नियुक्त था, उसे जांजगीर से गिरफ्तार किया गया है.
2 करोड़ से ज्यादा की राशि के गबन का आरोप
सारंगढ़ तहसील के उलखर और बरदुला उपार्जन केंद्र में प्रबंधक अशोक कुमार चंद्रा, अध्यक्ष राजू निषाद, उपाध्यक्ष भरत लाल साहू, फंड प्रभारी उलखर डमरुधर चंद्रा, फंड प्रभारी बरदुला शिवकुमार साहू पर आरोप है. इन्होंने धान उपार्जन कार्य में अनियमितता बरतकर बारदाना गबन, सुरक्षा व्यय और प्रासंगिक व्यय का दुरुपयोग कर उपार्जित धान का सही से रख-रखाव नहीं किया. साथ ही 2 करोड़ 99 लाख 72 हजार 776 रुपये का गबन भी किया है. शासन-प्रशासन को करोड़ों की क्षति पहुंचाने की इस घटना को रायगढ़ एसपी संतोष कुमार सिंह ने गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की. जांच के बाद मुख्य आरोपी को उत्तर प्रदेश के चित्रकूट से धर दबोचा गया. वहीं उसके अन्य साथी को भी पकड़ लिया गया.
आरोपी बदल रहे थे लोकेशन
आरोपी राजू निषाद पिछले 11 दिनों से अपना लोकेशन रायपुर, प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ, चित्रकूट (उत्तर प्रदेश) में लगातार बदल रहा था. इस दौरान उनसे 37 अलग-अलग सिम कार्ड का उपयोग किया. आरोपी चित्रकूट के एक होटल में फर्जी आधारकार्ड दिखाकर छिपा था. आधारकार्ड में उसने अपना नाम बदलकर धमेन्द्र मंझवार रख लिया था. लेकिन फोटो राजू निषाद की ही लगी थी. वहीं फर्जी तरीके से आधारकार्ड का उपयोग करने के मामले में सारंगढ़ TI आशीष वासनिक ने आरोपी के खिलाफ एक और केस दर्ज कर लिया है. फिलहाल दोनों आरोपी को कोर्ट में प्रस्तुत करने के बाद जेल भेज दिया गया है. वहीं अन्य फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है.