रायगढ़: करोड़ों की लागत से सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के तर्ज पर शहर से दूर मातृ-शिशु अस्पताल का निर्माण कराया गया है, लेकिन करोड़ों की लागत से बने इस भवन में लोग आने से कतरा रहे हैं. लोगों का कहना है कि नये अस्पताल भवन में कोई सुविधा नहीं है. जिससे यहां आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को परेशानियों का सामना करना पढ़ रहा है.
नहीं हैं मूलभूत सुविधाएं
बताते हैं, कई साल पहले से ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिए नया भवन बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन मूलभूत सुविधाओं के अभाव में अस्पताल को अभी वहां नहीं शिफ्ट किया गया है. जिसके कारण लोग यहां नहीं आना चाहते हैं.
चंद लोगों के भरोसे चल रहा है अस्पताल
अस्पताल कहने को तो सुपर स्पेशलिटी है, लेकिन 100 बिस्तर वाले अस्पताल में गिनती के ही स्टॉफ हैं. वर्तमान में 25 से 30 कर्मचारी हैं. जबकी अस्पताल में 20 से 30 डॉक्टरों की जरूरत है. अस्पताल में 50 से 60 नर्स और उतनी ही आया और सफाई कर्मी की भी आवश्यकता है.
शहर से दूर होने के कारण नहीं आते हैं मरीज
अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर का कहना है कि शहर से दूर होने के कारण लोग यहां नहीं आते हैं. इसके अलावा अस्पताल तक आने की सुविधा भी नहीं है, जिसके कारण लोग यहां आने से कतरा हैं. हालांकि कुछ लोग अपने निजी वाहन से यहां तक पहुंचते हैं.