रायगढ़: छत्तीसगढ़ सरकार ने केंद्र सरकार के आदेश के बाद सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों को शर्तों के साथ खोलने की अनुमति दे दी है. लॉकडाउन में राहत के साथ अब धीरे-धीरे सारे निजी और गैर शासकीय भवन कार्यालय खुलने लगे हैं. इसके साथ ही लोगों के लिए परिवहन करने वाले यात्री बसों के परिचालन में भी राहत मिली है, लेकिन रायगढ़ जिला प्रशासन अभी यात्री प्रतीक्षालय और बसों की सुध नहीं ले रहा है. यात्री प्रतीक्षालयों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है.
दरअसल, रायगढ़ जिले में पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन के लिए यात्री बस और सिटी बसों की सेवा को शुरू करने की सशर्त अनुमति दे दी गई है, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग के साथ यात्रियों को बैठाने, हाथों को सैनिटाइज कराने समय पर मास्क लगाने और अपनी यात्रा की जानकारी देने की सशर्त अनुमति दी गई है, लेकिन यात्री प्रतिक्षालयों के बसों में किसी तरह की मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था नहीं की गई है.
प्रतीक्षालय में सुविधाओं की कमी
प्रशासनिक और वाहनों के मालिकों के द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है. यात्री प्रतीक्षालय में बस की प्रतीक्षा करने वाले यात्रियों ने बताया कि यहां पीने के पानी, बैठने के लिए स्टूल और गर्मी से बचने के लिए पंखा लगाया, लेकिन चल नहीं रहा है. वही बस चालक बताते हैं कि लोगों में कोरोना का डर अभी भी है. इसीलिए कहीं बाहर से खाना पानी नहीं मिल पाता. यात्रियों का कहना है कि लोग परेशान हैं, कोई उनकी सुध लेने वाला नहीं है.
प्रतीक्षालय में यात्रियों को हो रही परेशानी
बता दें कि रायगढ़ के यात्री प्रतीक्षालयों में बसों में सैनिटाइजर और कोरोना वायरस से सुरक्षा के मद्देनजर कोई उपाय नहीं किया गया है. इतना ही नहीं यात्री प्रतीक्षालयों में यात्रियों के लिए पानी पीने तक की व्यवस्था नहीं है, जिससे बस संचालकों के साथ यात्रियों को भी परेशानी हो रही है. लोगों का कहना है कि किसी से पानी मांगने पर लोग भगा दते हैं. लोगों का कहना है कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बाद लोग एक दूसरे को गलत नजर से देख रहे हैं.