रायगढ़: जिले में ओडिशा से रविवार को प्रवासी मजदूरों का जत्था पहुंचा. इन मजदूरों के भोजन और आराम के लिए स्थानीय लोगों ने व्यवस्था की. ये प्रवासी मजदूर छत्तीसगढ़ के कोटा और उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले हैं. काम बंद होने की वजह से वे अपने घरों की तरफ निलकल पड़े.
जिले में आए प्रवासी मजदूरों ने बताया कि वे ओडिशा के टिटलागढ़ के ईंट भठ्ठों में काम करने गए थे. लॉकडाउन की वजह से काम बंद हो गया और इनके सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई. बेरोजगार होने की वजह से ये श्रमिक छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के लिए पैदल ही निकले थे. उत्तर प्रदेश जाने वाले मजदूर टिटलागढ़ में फर्नीचर कंपनी में काम करते थे. भूखे-प्यासे इन मजदूरों के रायगढ़ पहुंचने पर स्थानीय और समाजसेवी युवकों ने भोजन का प्रबंध किया.
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लॉकडाउन की वजह से मजदूरों के सामने बेरोजगारी जैसी समस्या खड़ी हो गई है. इस कारण दूसरे राज्यों में काम करने के लिए गए मजदूर अब अपने गृह राज्य की ओर रुख करने लगे हैं और उनके लौटने का सिलसिला जारी है. हालांकि प्रवासी मजदूरों को गृह राज्य में लाने के लिए सरकार ने ट्रेन की सुविधा मुहैया कराई है लेकिन मजदूर सुविधा नहीं मिलने और जानकारी नहीं होने की वजह से वे अपने परिवार के साथ पैदल यात्रा करने के लिए मजबूर हैं.
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प्रवासी मजदूरों की परेशानियां दिनों दिन बढ़ रही हैं. हर कदम पर उनके लिए एक नई परेशानी है. जैसे-तैसे ये अपने गांव पहुंच भी जाते हैं, तो जिंदगी कैसे गुजारेंगे.