रायगढ़: खुरुस्लेंगा ग्राम पंचायत में रोजगार सहायक की मनमानी का मामला सामने आया है. जहां मनरेगा (MNREGA) के तहत काम करने वाले लोगों अब तक उनका मेहनताना नहीं मिला है. ग्रामीणों का कहना है कि अपनी मजदूरी लेने जब लोग रोजगार सहायक के पास जाते हैं ते रोजगार सहायक उन्हें टाल देता है.
जनपद पंचायत तमनार के खुरुसलेंगा ग्राम पंचायत में नाले की साफ-सफाई का कार्य मनरेगा (MNREGA) के तहत किया गया. जिसमें कुछ लोगों का भुगतान हुआ तो बहुत से लोगो का भुगतान अब भी बचा हुआ है. ग्रामीणों का आरोप है कि जिन हितग्राहियों का पैसा बचा हुआ है वे जब भुगतान के बारे में पूछने जाते है तो, रोजगार सहायक उन्हें डांटकर भगा देता है. या फिर कुछ दिन में हो जाएगा बोलकर उन्हें टाल देता है.
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ज्यादातर लोगों का हो चुका भुगतान: सहायक
जानकारी लेने पर रोजगार सहायक ने बताया कि 95 प्रतिशत हितग्राहियों को उनका भुगतान कर दिया गया है. अब केवल 5 प्रतिशत लोगों का भुगतान ही बचा हुआ है. इससे उल्टा ग्रामीणों का कहना है कि ज्यादातर हितग्राहियों का भुगतान अब तक बाकी है.
उप सरपंच ने कही शिकायत करने की बात
पंचायत के उप सरपंच मंगल सिंह राठिया ने बताया कि मामले की जानकारी उन्हें पहले से है. इस पर उन्होंने सोमवार को जनपद पंचायत सीईओ के पास जाकर शिकायत करने की बात कही. रोजगार सहायक की इस तरह की मनमानी ग्राम पंचायत में सुनने को मिली. फिलहाल वहां के हितग्राहियों ने अभी तक उच्च अधिकारियों तक इस बात की शिकायत नहीं की है. वहीं ग्रामीणों ने बताया कि रोजगार कार्यालय में जॉब कार्ड बनाने के लिए पैसे की मांग भी की जाती है. जबकि मनरेगा (MNREGA) हितग्राहियों को मुफ्त में जॉबकार्ड बनाकर दिए जाने का प्रावधान है.