रायगढ़: जिले में बीते तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे सारंगढ़ का प्रसिद्ध माड़ोसिल्ली झरना पूरे शबाब पर आ गया है. पानी की प्रचुरता को समेटे मनोरम दृश्य के साथ माडोसिल्ली झरना यह संकेत दे रही है कि क्षेत्र में हो रही बारिश से इस साल पानी की कमी नहीं होगी. सारंगढ़ अंचल में अभी तक अच्छी बारिश हुई है. जानकारी के मुताबिक हर साल सारंगढ़ और बरमकेला तहसील में लगभग 1100 मिली मीटर बारिश होती है. वहीं सारंगढ़ में अभी तक 850 मिमी औसतन बारिश दर्ज की गई है.
मनमोहक हुआ माडोसिल्ली झरना
अभ्यारण्य में स्थित माडोसिल्ली झरना की सुंदरता पर भारी बारिश ने चार चांद लगा दिया है. माडोसिल्ली बांध की प्राकृतिक छटां भारी बारिश में मनमोहक दिख रही है. केकड़ाखोल और मकड़ी झरना के साथ-साथ खपान में भी पानी का फ्लो काफी ज्यादा है. जबकि केड़ार बांध और आमाकोनी बांध हफ्तेभर पहले से ही 100 फीसदी जलभराव की कैपिसिटी पूरी कर चुके है. अब इन दोनों ही बांधों में वेस्ट वेयर से पानी का बहाव हो रहा है. इसी तरह लातनाला में भी पानी की भारी मात्रा में बह रही है. जबकि छोटे-छोटे एनीकट भी पूरी तरह भर गए है. बांधों में 100 फीसदी तक जलभराव हो चुके है. वहीं गांवों में बने तालाब भी इस साल अभी से 100 फीसदी तक भर गए है. छोटे-छोटे एनीकट और गोमर्डा अभ्यारण्य के अंदर बनाए गए जलस्त्रोत भी लबालब हो गए है.
अच्छी बारिश के कारण हरा-भरा हुआ पूरा क्षेत्र
जिले में हुए अच्छी बारिश से पूरा क्षेत्र हरा-भरा हो गया है. सारंगढ़ के प्रसिद्ध कोड़ार बांध और आमाकोनी बांध में भी पानी 100 फीसदी भर गया है, जिसके बाद यहां पानी वेस्ट वेयर से बहना शुरू हो गया है.
लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
मंगलवार से हो रही बारिश बुधवार की देर रात तक लगातार जारी रही, जिसके कारण से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इस साल बारिश के कारण जहां अंचल के सभी बांध, तालाब और झरने लबालब हो गए है. सड़कों की बदहाली भी खुलकर सामने आ गई है. सारंगढ़ के सभी सड़कों की दुर्दशा कई विभागों की पोल खोल रही है.
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उफान पर नदी-नाले
सारंगढ़ अंचल में बहने वाली लातनाला सहित छोटे-बड़े सभी नालों में भरपूर पानी भरा हुआ है. जिले में बीते तीन दिनों से जारी बारिश के कारण जन-जीवन काफी प्रभावित हुआ है. लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे है. लगातार हो रही बारिश के कारण खेतों में भी काम ठप्प पड़े हुए है. वहीं रोज कमाकर खाने वाले मजदूर भी बीते तीन दिनों से अपने काम पर नहीं जा पाए.
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धान की अच्छी फसल होने की उम्मीद
जिले में हो रही अच्छी बारिश से असिंचिंत क्षेत्र में भी इस बार धान की अच्छी फसल होने की उम्मीद बनी हुई है. वहीं मौसम में काफी नमी होने के साथ-साथ जलभराव की मात्रा 100 फीसदी होने से उम्मीद जताई जा रही है कि अंचल में पानी का स्त्रोत ग्रीष्मकाल में भी सामान्य रहेगा. इस बारिश से प्रकृति के चेहरे में मुस्कान आ गया है. गोमर्डा अभ्यारण्य के आधे से ज्यादा क्षेत्र हरे-भरे हो गए है.