रायगढ़: जिले में कोरोना संक्रमण का दौर चरम पर है. बीते 3 दिनों में लगभग 300 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है. रायगढ़ के शहरी इलाके में लॉकडाउन लागू है. कई इलाकों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है. कयाघाट इलाके में भी कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. यहां आने जाने पर पाबंदी लगाई गई है. लेकिन बुधवार को लोगों ने इसका विरोध किया. प्रशासन और लोगों के बीच विवाद की स्थिति बन गई थी.
दरअसल कोरोना मरीज मिलने के बाद उस क्षेत्र को कंटनमेंट जोन घोषित कर दिया जाता है. अधिकांश स्थानीय लोगों के काम काज और दिनचर्या इससे प्रभावित हो रही है. यहां रहने वाले लोग मजदूरी पर आधारित हैं. बाहर नहीं निकलने की स्थिति ने लोगों को परेशान कर दिया है. ऐसे में यहां रास्ता बंद करने को लेकर कयाघाट की सैकड़ो महिलाओं ने एक साथ इकट्ठा होकर प्रशासन विरोध किया. हंगामा करते हुए यह आरोप लगाए कि इन नियमों के चलते उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
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कयाघाट मोहल्ले की महिलाओं को कंटेनमेंट जोन में हंगामा करते देख जूटमिल पुलिस चौकी के प्रभारी अमित शुक्ला ने पहले नाराज महिलाओं को समझाने की कोशिश की. लेकिन महिलाएं पीछे हटने को तैयार नहीं थी. पुलिस अधीक्षक से चर्चा के बाद मौके पर खुद रायगढ़ एसडीएम युगल किशोर उर्वसा अपनी टीम को लेकर पहुंचे. उन्होंने भोजन के पैकेट की व्यवस्था के अलावा अन्य समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया. तब जाकर नाराज महिलाएं अपने-अपने घर को लौटी.