रायगढ़ : जिले में कुपोषित बच्चों की संख्या चिंताजनक नजर आ रही है. जिले में करीब 4 हजार 477 गंभीर कुपोषित बच्चे हैं तो वहीं कुल 22 हजार बच्चे कुपोषित हैं, जहां अधिकारी कुपोषण को दूर करने के लाख दावे कर रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है.
दरअसल, जिले में वजन त्योहार मनाया गया, जिसमें उम्र के हिसाब से बच्चों का वजन कम पाया गया. इन बच्चों को कुपोषित माना गया है. कुपोषण दूर करने के लिए केंद्र और राज्य शासन द्वारा कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं और करोड़ों रुपए खर्च भी किए जा रहे हैं, लेकिन जिले में कुपोषण के शिकार बच्चों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है.
जिले में करीब 22 हजार बच्चे कुपोषित मिले हैं. वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी का कहना है कि अवेयरनेस के लिए स्कूल कॉलेज और आंगनबाड़ी में जाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है और गर्भवती महिलाओं और नवजातों को विशेष आहार देने के लिए बार-बार प्रेरित किया जा रहा है'.
उनका कहना है कि, 'शासन स्तर पर भी कई तरह की योजनाएं चल रही हैं, जिनमें पूरक पोषण आहार और कई योजनाओं के साथ मुख्यमंत्री सुपोषण आहार योजना भी लागू की गई है.