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रायगढ़ में सरकारी दावे फेल, 22 हजार बच्चे हैं कुपोषित

जिले में कुपोषित बच्चों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जो चिंता का विषय है. जिले में अभी 22 हजार बच्चे कुपोषित हैं.

22 हजार बच्चे है कुपोषित
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Published : Oct 30, 2019, 8:11 PM IST

Updated : Oct 30, 2019, 11:51 PM IST

रायगढ़ : जिले में कुपोषित बच्चों की संख्या चिंताजनक नजर आ रही है. जिले में करीब 4 हजार 477 गंभीर कुपोषित बच्चे हैं तो वहीं कुल 22 हजार बच्चे कुपोषित हैं, जहां अधिकारी कुपोषण को दूर करने के लाख दावे कर रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है.

दरअसल, जिले में वजन त्योहार मनाया गया, जिसमें उम्र के हिसाब से बच्चों का वजन कम पाया गया. इन बच्चों को कुपोषित माना गया है. कुपोषण दूर करने के लिए केंद्र और राज्य शासन द्वारा कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं और करोड़ों रुपए खर्च भी किए जा रहे हैं, लेकिन जिले में कुपोषण के शिकार बच्चों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है.

22 हजार बच्चे है कुपोषित

जिले में करीब 22 हजार बच्चे कुपोषित मिले हैं. वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी का कहना है कि अवेयरनेस के लिए स्कूल कॉलेज और आंगनबाड़ी में जाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है और गर्भवती महिलाओं और नवजातों को विशेष आहार देने के लिए बार-बार प्रेरित किया जा रहा है'.

उनका कहना है कि, 'शासन स्तर पर भी कई तरह की योजनाएं चल रही हैं, जिनमें पूरक पोषण आहार और कई योजनाओं के साथ मुख्यमंत्री सुपोषण आहार योजना भी लागू की गई है.

रायगढ़ : जिले में कुपोषित बच्चों की संख्या चिंताजनक नजर आ रही है. जिले में करीब 4 हजार 477 गंभीर कुपोषित बच्चे हैं तो वहीं कुल 22 हजार बच्चे कुपोषित हैं, जहां अधिकारी कुपोषण को दूर करने के लाख दावे कर रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है.

दरअसल, जिले में वजन त्योहार मनाया गया, जिसमें उम्र के हिसाब से बच्चों का वजन कम पाया गया. इन बच्चों को कुपोषित माना गया है. कुपोषण दूर करने के लिए केंद्र और राज्य शासन द्वारा कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं और करोड़ों रुपए खर्च भी किए जा रहे हैं, लेकिन जिले में कुपोषण के शिकार बच्चों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है.

22 हजार बच्चे है कुपोषित

जिले में करीब 22 हजार बच्चे कुपोषित मिले हैं. वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी का कहना है कि अवेयरनेस के लिए स्कूल कॉलेज और आंगनबाड़ी में जाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है और गर्भवती महिलाओं और नवजातों को विशेष आहार देने के लिए बार-बार प्रेरित किया जा रहा है'.

उनका कहना है कि, 'शासन स्तर पर भी कई तरह की योजनाएं चल रही हैं, जिनमें पूरक पोषण आहार और कई योजनाओं के साथ मुख्यमंत्री सुपोषण आहार योजना भी लागू की गई है.

Intro:रायगढ़ जिले में कुपोषित बच्चों की संख्या चिंताजनक है जिले में लगभग 4 हजार 477 गंभीर कुपोषित बच्चे हैं तो वही कुल 22 हजार बच्चे कुपोषित हैं। अधिकारी कुपोषण दूर करने के लाख दावे कर रहे हो लेकिन जमीनी स्तर पर कोई परिवर्तन नहीं दिख रहा है।

Byte01 टी जाटवर, महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारीBody:दरअसल जिले में वजन त्यौहार मनाया गया जिसमें उम्र के हिसाब से बच्चे वजन कम पाए गए उन बच्चों को कुपोषित माना गया। कुपोषण दूर करने के लिए केंद्र और राज्य शासन द्वारा कई तरह की योजनाएं चलाई जाती है तथा करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं लेकिन जिले में कुपोषण के शिकार बच्चे की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है लगभग जिले में 22,000 बच्चे कुपोषित पाए गए हैं।

महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी का कहना है कि अवेयरनेस के लिए स्कूल कॉलेज तथा आंगनबाड़ी में लोगों को जाकर जागरूक किया जा रहा है और गर्भवती महिलाओं को तथा नवजात बच्चे को विशेष आहार देने के लिए बार-बार प्रेरित किया जाता है। शासन स्तर पर भी कई तरह की योजनाएं चल रहे हैं जिनमें पूरक पोषण आहार तथा कई योजनाओं के साथ मुख्यमंत्री सुपोषण आहार योजना लागू किया गया है। जल्द ही स्थिति पर नियंत्रण पा सकते हैं लोगों में भी थोड़ी जागरूकता की कमी है।Conclusion:
Last Updated : Oct 30, 2019, 11:51 PM IST
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