रायगढ़: नगर निगम क्षेत्र में बरसात के दिनों में नाले की वजह से जलभराव हो जाता है और रिहायशी इलाके डूबने की कगार पर आ जाते हैं. वहीं निचली बस्तियों में नाले का पानी घुस जाता है. बरसात के मौसम में ऐसी स्थिति ना हो, इसके लिए नगर निगम अभी से तैयारी में जुट गया है. नगर निगम बड़े नालों की सफाई करा रहा है और डुबान क्षेत्रों में नालों की ऊंचाई बढ़ाने की योजना भी बनाई जा रही है. मई के अंतिम सप्ताह तक बड़े नालों की सफाई और जून तक सभी छोटे बड़े सहित सभी नालों की सफाई और दुरुस्त करने की तैयारी की जा रही है.
रायगढ़ नगर निगम क्षेत्र में बरसात के दिनों में नालियों में जलभराव के कारण बाढ़ के हालत बन जाते हैं. जिस वजह से रिहायशी इलाकों में नाले का गंदा पानी अंदर घुस जाता है और डेंगू मलेरिया जैसे घातक बीमारियां पनपने लगती हैं. निगम क्षेत्र में 16 बड़े जबकि 15 से 20 छोटे नाले हैं. जिनमें हर बरसात में पानी क्षमता से अधिक बहता है, इससे स्थानीय लोगों को बहुत परेशानी होती है. आगे इस तरह की समस्या ना हो इसके लिए नगर निगम अभी से तैयारी में जुट गया है.
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नगर निगम आयुक्त का कहना है कि निगम क्षेत्र के 16 बड़े जबकि 15 से 20 छोटे नालों की सफाई जून तक पूरी कर लेनी है और जहां पर नालों की ऊंचाई कम है और घरों में पानी घुसता है वहां पर नाले की ऊंचाई बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है. बापूनगर, पंजीरी प्लांट जैसे दर्जनभर से भी अधिक मोहल्ले हैं, जहां बरसात के दिनों में बाढ़ की स्थिति बन जाती है. इस बरसात शहरवासियों को समस्या न हो इसके लिए तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई है. निगम में जेसीबी, पोकलेन सफाई के पर्याप्त साधन है. अगर आवश्यकता पड़ेगी तब जिंदल तथा अन्य निजी कंपनियों से सहायता भी ली जाएगी.