रायगढ़: स्वर्गीय लखीराम अग्रवाल स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में भी कोरोना टेस्ट किया जाएगा. दो दिन पहले रायपुर एम्स से कोरोना सैंपल लेकर यहां के लैब में टेस्ट किया गया. जिसकी रिपोर्ट एम्स के मानक पर खरी उतरी और कोरोना टेस्ट के लिए लैब को परमिशन मिल गई है. बता दें रायगढ़ जिले को प्रदेश का चौथा कोरोना टेस्ट सेंटर बनाया गया है.
मेडिकल कॉलेज के डीन ने बताया कि, इस टेस्ट सेंटर से 1 दिन में 60 जांच हो सकती है. सबसे पहला सफल परीक्षण दो दिन पहले रायपुर एम्स के सैंपल लेकर किया जा चुका है. इसके साथ ही, जो परिणाम आए वो AIIMS के मानकों पर खरा उतरे हैं. उसी के बाद रायगढ़ को टेस्ट की परमिशन दी गई. कोरोना टेस्ट के लिए मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजी विभाग की लेबोरेटरी को चुना गया है. जहां कोरोना वायरस के संक्रमण की परीक्षण किया जाएगा. यहां आरटी-पीसीआर तकनीक से जांच की जाएगी.
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मातृ शिशु अस्पताल को किया गया कन्वर्ट
अगर कोई भी कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आता है, तो उसके इलाज के लिए 100 बिस्तर के मातृ शिशु अस्पताल को कोरोना अस्पताल में कन्वर्ट किया गया है. जहां आपातकालीन के लिए वेंटिलेटर की भी सुविधा उपलब्ध है. कोरोना जांच और मरीजों को बेहतर इलाज के लिए डॉक्टर्स को विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया है. डॉक्टर लूका का कहना है कि कोरोना की लड़ाई में मेडिकल कॉलेज रायगढ़ अपनी एक अहम भूमिका निभाएंगे.