रायगढ़: छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन के नियम की धज्जियां उड़ रही हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण का कार्य अब भी चालू है. हालांकि सरपंच और ठेकेदार का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण कार्य पर रोक नहीं है. शनिवार और रविवार को टोटल लॉकडाउन के दौरान भी निर्माण कार्य जारी रहा और इस दौरान बड़ी लापरवाही देखने को मिली. बिना सोशल डिस्टेंसिंग और जरूरी संसाधनों जैसे सैनिटाइजेशन और मास्क के बगैर मजदूर काम करते नजर आए. हालांकि मीडिया की जानकारी में यह बात आने के बाद ठेकेदार ने आनन-फानन में निर्माण कार्य को बंद करा दिया है.
छत्तीसगढ़ प्रदेश में मई में हर शुक्रवार की रात 11 बजे से सोमवार की सुबह 6 बजे तक पूर्ण लॉक डाउन है. राज्य सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया है. इसके लिए सभी जिलाध्यक्ष ने अपने जिले में आदेश जारी किए हैं. जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर कसडोल पंचायत में पूर्ण लॉक डाउन के दौरान भी ठेकेदार गांव में एनटीपीसी के CSR मद से बनने वाले बाजार शेड का निर्माण शुरू कर रहे हैं. जहां न तो सोशल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा न ही मजदूर मास्क लगा रहे हैं.
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मीडिया की जानकारी में यह बात आने के बाद ठेकेदार ने आनन-फानन में निर्माण कार्य बंद करा दिया है. पहले तो ठेकेदार ने तहसीलदार से अनुमति लेने की बात कही, फिर सुबह ही काम बंद करने का आदेश मिलने की बात कही. बता दें कि ठेकेदार वर्तमान में विपक्ष पार्टी भाजपा के मंडल अध्यक्ष के पद पर है. इस तरह से लॉक डाउन के नियम की अवहेलना करने से लोग जोखिम में आ सकते हैं, जिससे संक्रमण फैलने की संभावना और अधिक बढ़ जाती है.