रायगढ़ :मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को रायगढ़ जिले के खरसिया में प्रदेश के पहले मोबाइल मिलेट कैफे 'मिलेट ऑन व्हील्स' को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. उच्च शिक्षामंत्री उमेश पटेल और गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू भी इस अवसर पर उपस्थित थे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर रागी से बना केक काटा. उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि '' इससे मिलेट के उपभोग के प्रति जागरूकता बढ़ेगी.'' इस दौरान उन्होंने मोबाइल कैफे का संचालन करने वाली महिला समूह को अपनी शुभकामनाएं दीं.
क्या है मिलेट्स ऑन व्हील्स की खासियत : गौरतलब है कि जिला प्रशासन रायगढ़ की पहल पर शुरू हुआ यह 'मिलेट ऑन व्हील्स' कैफे एक चलता फिरता मिलेट कैफे होगा. जिसमें रागी, कोदो, कुटकी से बने लजीज व्यंजन परोसे जायेंगे. इसे अनुभव महिला समूह संचालित करेगा. इस मोबाइल मिलेट कैफे में रागी का चीला, डोसा, मिलेट्स पराठा, इडली, मिलेट्स मंचूरियन, पिज्जा, कोदो की बिरयानी और कुकीज जैसे पकवान चखने को मिलेंगे. गौरतलब है कि मोटे अनाजों के उत्पादन और उपभोग को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर मिलेट मिशन चलाया जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट ईयर के रूप में मनाया जा रहा है.
छत्तीसगढ़ में कोदो, कुटकी, रागी की समर्थन मूल्य पर खरीदी : छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में मिलेट्स को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है. छत्तीसगढ़ में कोदो, कुटकी और रागी का ना सिर्फ समर्थन मूल्य घोषित किया गया. बल्कि समर्थन मूल्य पर खरीदी भी की जा रही है.इस पहल से छत्तीसगढ़ में मिलेट्स का रकबा डेढ़ गुना बढ़ा है .
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मिलेट्स और छत्तीसगढ़ सरकार : मुख्यमंत्री की पहल पर छत्तीसगढ़ विधानसभा में विधायकों और मीडिया के लिए मिलेट्स से बने व्यंजनों को बढ़ावा देने के लिए दोपहर भोज का भी आयोजन किया जा चुका है. छत्तीसगढ़ में मिलेट कैफे भी प्रारंभ हो चुका है. छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के नथिया-नवागांव में मिलेट्स का सबसे बड़ा प्रोसेसिंग प्लांट भी स्थापित किया जा चुका है. मिलेट्स को बढ़ावा देने के लिए गौठानों में विकसित किए जा रहे रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में मिलेट्स प्रोसेसिंग प्लांट लगाए जा रहे हैं.