रायगढ़ : प्रतिष्ठा इन्फॉकन चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर को चक्रधरनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी महादेव सोनी को साइबर सेल की मदद से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल हुई है. आरोपी को कुछ दिनों पहले रायपुर में देखे जाने की सूचना पुलिस को मिली थी जिसके बाद पुलिस ने साइबर सेल की मदद ली.आरोपी के रायपुर में होने की पुष्टि होने के बाद चक्रधरनगर पुलिस टीम रायपुर रवाना की गई.जहां से आरोपी महादेव सोनी को गिरफ्तार करके रायपुर लाया गया है.
दो थानों में मामले थे दर्ज : आरोपी के खिलाफ थाना कोतवाली और चक्रधरनगर में धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं. जिसमें थाना कोतवाली में 12 और थाना चक्रधरनगर में पीड़ितों ने महादेव सोनी के खिलाफ शिकायत की थी. चिटफंड कंपनी प्रतिष्ठा इन्फॉकन में विरुद्ध रायगढ़ जिले में अपराध पंजीबद्ध होने के बाद अन्य जिलों से भी कंपनी के खिलाफ आवेदन मिले. जिसके बाद पुलिस ने चिटफंड कंपनी प्रतिष्ठा इन्फॉकन के चल अचल संपत्ति की जानकारी इकट्ठा की.5 मई साल 2022 में कंपनी की सारी जानकारी प्रशासन को उपलब्ध कराई गई.
कैसे की थी ठगी : जानकारी के मुताबिक साल 2012 से 2014 तक प्रतिष्ठा इंफ्राकन इंडिया लिमिटेड कंपनी ने रायगढ़ के ढिमरापुर के पास अपना कार्यालय खोला. इसके बाद ग्रामीणों को हर दिन और मासिक तौर पर रकम जमा करवाई.एक साल बाद अवधि पूरा होने पर अच्छे ब्याज के साथ रकम लौटाने का लालच दिया. कंपनी पर भरोसा करके छोटे कामगार और व्यवसाय करने वालों ने अपनी जमा पूंजी लगा दी.शुरुआती समय में जिन लोगों ने कंपनी में पैसा जमा किया उन्हें ब्याज के साथ रकम लौटाई गई.लेकिन जब पैसा जमा करने वालों की संख्या बढ़ी तो कंपनी सभी का पैसा लेकर फरार हो गई.इस दौरान कई लोगों को ना तो पासबुक दिए गए और ना ही बॉन्ड की कॉपी.
शिकायत के बाद पुलिस ने की कार्रवाई : कंपनी के बंद हो जाने के बाद पीड़ितों ने थाने में शिकायत की. चक्रधरनगर पुलिस ने शिकायत पर विवेचना कर आरोपी कंपनी के डायरेक्टर रामगोपाल गढ़ेवाल निवासी जांजगीर को गिरफ्तार कर आरोपी के विरुद्ध 19 मई 2022 को चालान कोर्ट में पेश किया. प्रकरण के अन्य डायरेक्टर आरोपियों के विरुद्ध धारा 173(8) सीआरपीसी के तहत चालान प्रस्तुत किया गया था. जिसमें कंपनी के डायरेक्टर शुभयान बनर्जी, अमित सरकार, संजीव गुहा, रामगोपाल गढेवाल, नारायण प्रसाद झलेरिया, महादेव सोनी, मनहरण लाल कैवर्त डायरेक्टर थे. वहीं भैरव मिश्रा, अमित सेन, सौरभ डे, चांद मोहम्मद शेयर होल्डर थे. जो निवेशकों को कम अवधि में दोगुना रकम देने का झांसा देकर एजेंट से वसूली करवाते थे.ये सभी शिकायत के बाद फरार हो गए.
पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा : प्रकरण के दो आरोपी डायरेक्टर नारायण प्रसाद झलेरिया और मनहरण लाल कैवर्त के जिला जांजगीर-चाम्पा जेल में होने पर आरोपियों का प्रोडक्शन वारंट जारी कराकर गिरफ्तारी की गई है.वहीं कंपनी के ROC में बतौर डायरेक्टर नाम दर्ज करवाने वाले महादेव सोनी अपराध में गिरफ्तारी से बचने लगातार छिप रहा था. जिसे चक्रधर नगर पुलिस ने रायपुर से अरेस्ट किया.